बिहार: ट्रेन ख़िदमात अज़ीमतर कोच बिहार अवामी एसोसीएशन के अरकान के ट्रेन की पटरियों पर नीवकोच बिहार स्टेशन के पास धरना देने की वजह से मुअत्तल हो गईं । ये लोग अपने इलाक़े को मर्कज़ी ज़ेर-ए-इंतेज़ाम इलाक़ा या तीसरे ज़ुमरे की रियासत का दर्जा जारी रखने का मुतालिबा करते हुए एहतेजाज कर रहे हैं।
एहतेजाजी मुज़ाहिरीन जो ट्रेन की पटरियों पर कल सुबह 6 बजे से बैठे हुए थे प्ले कार्ड्स थामे हुए थे जिन प्राण के मुतालिबात तहरीर थे जो मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला के लिए थे। एसोसीएशन के क़ाइद बनगशी बडन बरमन ने कहा कि कोच बिहार हिन्दुस्तान में एक मुआहिदे के तहत शामिल किया गया था जो हकूमत-ए-हिन्द और कोच बिहार के महाराजा के दरमियान हुआ था।
इस मुआहिदे के तहत कोच बिहार को तीसरे ज़मुरे की रियासत का तीन माह तक दर्जा हासिल था लेकिन इस वक़्त के चीफ़ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल बिधान चन्द्र राय ने इस रियासत को एक ज़िले की हैसियत से मग़रिबी बंगाल में शामिल कर लिया|