हलक़ा असेंबली कोडेंगल में इन दिनों हैवानात के ईलाज-ओ-मुआलिजा का माला ख़ुदा की मर्ज़ी पर मुनहसिर है। देही मुक़ामात पर जनवारें का बरवक़्त सही ईलाज ना होने से किसान बिरादरी में सख़्त मायूसी पाई जाती है।
एक तरफ् हुकूमत घरेलू सनअतों के फ़रोग़ के लिए मवेशी फ़राहम करती है मगर उनकी सही देख भाल और ज़रूरी अदवियात की फ़राहमी नहीं हो पाती।
बेशतर किसानों का इस्तिदलाल हैके बरवक़्त अदम तिब्बी सहूलत की बिना जनवारें की हलाकत की नौबत आन पड़ती है। हलक़ा असेंबली कोडेंगल पाँच मंडलों कोड़ निगल , कोसगी , मुदव्वर , दौलतआबाद और मैंबरसपेट पर मुश्तमिल है।
हर मंडल मुस्तक़र के अलावा हैवानात के लिए दवाखाने क़ायम किए गए हैं। बेहतर से बेहतर तिब्बी सहूलयात बहम पहुंचाने के लिए दवाख़ानों को कम्पयूटर फ़राहम करते हुए इंटरनेट से मरबूत किया गया है।
मगर कहीं भी उन आलात का इस्तेमाल नहीं हो पारहा है।