शुमाली शाम के इलाक़े कोबानी पर दहश्तगर्द अस्करीयत पसंद ग्रुप इस्लामिक स्टेट का क़ब्ज़ा यक़ीनी नज़र आ रहा है सी एन एन ने सदर बाराक ओबामा के कई क़रीबी सरकर्दा ओहदेदारों का नाम ज़ाहिर किए बगै़र उन के बयानात का हवाला देते हुए ये बात कही। इन दिनों शाम और तुर्की की सरहद पर वाक़े शहर ऐनुल अरब, जिसे कुर्द ज़बान में कोबानी कहते हैं, आलमी मीडिया की तवज्जा का मर्कज़ बना हुआ है।
ताज़ा तरीन इत्तिलाआत के मुताबिक़ जिहादी ग्रुप इस्लामिक स्टेट ने इस इलाक़े के तीसरे शहर को भी अपने कंट्रोल में ले लिया है। ऐसा लगता है कि अमरीकी हुकूमत के ख़्याल में कोबानी को आई एस के क़ब्ज़े से बचाना अब मज़ीद मुम्किन नहीं रहा है। अगर दरहक़ीक़त यही सूरते हाल है तो क्या इस से वाशिंगटन हुकूमत की इस इलाक़े पर फ़िज़ाई हमलों की हिक्मते अमली की नाकामी की निशानदेही होती है? इस बारे में ख़ुद साबिक़ अमरीकी सदर जिमी कार्टर भी बाराक ओबामा पर ढकी छिपी तन्क़ीद कर चुके हैं।
अमरीकी नशरियाती इदारे सी एन एन ने सदर बाराक ओबामा के कई क़रीबी सरकर्दा अहलकारों का नाम ज़ाहिर किए बगै़र उन के बयानात का हवाला देते हुए कहा है कि शुमाली शाम के इलाक़े कोबानी पर दहश्तगर्द अस्करीयत पसंद ग्रुप इस्लामिक स्टेट का क़ब्ज़ा यक़ीनी नज़र आ रहा है।
यहां तक कि अमरीकी फ़ौज के जनरल मार्टिन डम्सीक अमरीकी टेलीविज़न चैनल ए बी सी के साथ बातचीत करते हुए कह चुके हैं कि उन्हें कोबानी के सुकूत का ख़तरा नज़र आ रहा है। जिम फिलिप्स के मुताबिक़, शाम स्रेा टेजिक एतबार से कहीं ज़्यादा पेचीदा मुल्क है क्योंकि शाम की सरज़मीन पर अमरीका का कोई हक़ीक़ी हलीफ़ मौजूद नहीं है, जो फ़िज़ाई हमलों की तैयारी और ऑप्रेशन में मुआविन और मददगार साबित हो।