कोबानी में दौलते इस्लामीया के ख़िलाफ़ मोअस्सर कार्रवाई

अमरीका की सरकर्दगी में कार्रवाई करने वाली इत्तिहादी अफ़्वाज ने दौलते इस्लामीया के उन जंगजूओं के ख़िलाफ़ अब तक सब से मोअस्सर और मुसलसल हमले किए हैं जो तुर्की और शाम की सरहद पर वाक़े शामी क़स्बा कोबानी पर हमला आवर हैं। शामी कुर्द जंगजूओं का कहना है कि ये हमले अब तक के सब से मोअस्सर हमले थे मगर उन्हें बहुत पहले किया जाना चाहीए था।

नामा निगारों का कहना है कि इन हमलों के नतीजे में दौलते इस्लामीया की पेशक़दमी रुक गई है। इस से क़ब्ल तक सदर तुर्की रजब तैयब उर्दगान ने ख़बरदार क्या कोबानी दौलते इस्लामीया के क़बज़े में जाने के क़रीब है।

दूसरी जानिब तुर्की में हुकूमत के फ़ौजी इमदाद ना देने के फ़ैसले के ख़िलाफ़ कुर्द शहरीयों ने मुज़ाहिरे किए जिन में 9 अफ़राद हलाक हो गए जबकि 9 शहरों में कर्फ़्यू नाफ़िज़ कर दिया गया है।

अब तक कोबानी पर दौलते इस्लामीया के तीन हफ़्तों से जारी हमलों के नतीजे में तक़रीबन 400 अफ़राद मारे जा चुके हैं और तक़रीबन एक लाख 60 हज़ार शामी फ़रार हो कर सरहद पार तुर्की में पनाह ले चुके हैं। तुर्की के सब से बड़े शहर इस्तांबूल और कुर्द अक्सरीयती शहर दियरबिक्र में भी शदीद मुज़ाहिरे हुए।

इस्तांबूल के ग़ाज़ी उस्मान पाशा ने बैरूनी न्यूज़ एजेंसी के प्रोग्राम में बताया कि गुज़िश्ता रात से हम ने कोबानी के इर्दगिर्द अब तक के सब से मोअस्सर फ़िज़ाई हमले देखे हैं ताहम ये कुछ ताख़ीर से हुए हैं।

अगर इत्तिहादियों ने इस ताक़त और असर के साथ पहले हमले किए होते तो हम दौलते इस्लामीया को शहर के क़रीब ना पहुंचते देखते और बहुत सी जानें ना ज़ाए होतीं।