कोमा में सरबजीत, अगले 24 घंटे बेहद खतरनाक

लाहौर, 27 अप्रैल: पाकिस्तान के लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद हिंदुस्तानी शहरी सरबजीत सिंह की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। डाक्टरों के मुताबिक अगले चौबीस घंटे सरबजीत के लिए बेहद खतरनाक हैं। उसको लाहौर के जिन्ना अस्पताल में कोमा में पहुंचने के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया है।

इस बीच, हिंदुस्तानी आफीसर भी जिन्ना अस्पताल में मौजूद हैं। हिंदुस्तान के वज़ारत ए खारेज़ा के तरज़ुमान सैय्यद अकबरुद्दीन के मुताबिक सरबजीत की हालत पर हिंदुस्तानी हाई कमीशन पाकिस्तानी आफीसरो से राबिता में है। उनके मुताबिक आफीसर मुसलसल डाक्टरों से राबिता बनाए हुए हैं। इस बीच, डाक्टरों ने उनका एमआरआई और सिटी स्कैन करवाया है।

इत्तेला के मुताबिक सरबजीत पर जानलेवा हमला करने वाले मुल्ज़िम आमिर और मुद्दसिर पर कत्ल करने की कोशिश का मामला दर्ज कर लिया गया है। इस पूरे मामले की जांच के हुक्म भी दे दिए गए हैं। गौरतलब है कि जुमे के दिन सरबजीत सिंह के दो साथी कैदियों ने उस पर हमला कर दिया था, जिससे सरबजीत को सिर पर शदीद चोट आई हैं। पाकिस्तान के चीफ अखबार डॉन के मुताबिक उस पर यह हमला ईट और ब्लेड से किया गया।

इस हमले के बाद हिंदुस्तान ने सरबजीत के लिए पाकिस्तान से सिफारती मदद की इजाजत मांगी है। ज़राए के मुताबिक हिंदुस्तानी खेमा सरबजीत की हालात की बुनियाद पर आगे की पालिसी तय करेगा। चमेल सिंह के बाद सरबजीत पर हुए जानलेवा हमले का मामला बेहद संगीन है। इसे सिफारती सतह पर पाकिस्तान के साथ उठाया जाएगा। ज़राए के मुताबिक हिंदुस्तान ने पाकिस्तान के वज़ारत ए खारेज़ा से इस बारे में राबिता किया है और सरबजीत के लिए सभी जरूरी तिब्बी मदद दस्तयाब कराने को कहा है।

हालांकि पाकिस्तान का अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। गौरतलब है कि हिंदुस्तान लगातार सरबजीत की रिहाई का मुद्दा उठाता रहा है। बीते साल इस बारे में बात हुई थी। सितंबर 2012 में दोनों मुल्कों के बीच नए वीजा समझौते पर दस्तखत के दौरान पाकिस्तान के वज़ीर ए दाखिला ने भरोसा दिया था कि इंसाफ के निज़ाम के तहत सरबजीत को राहत दिलाने के लिए कोशिशें जारी हैं।

वहीं इस मामले पर बीजेपी के नायब सदर मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि पाकिस्तानी निज़ाम दहशतगर्दों के कब्जे में है। हुकूमत ए पाकिस्तान दहशतगर्दों के रहमो-करम पर चलती है। सरबजीत पर हमला तब और अफसोसनाक हो जाता है, जब उनकी बहन दलबीर कौर पाकिस्तान के जेल में अपने भाई की जान को खतरे की बात तहरीरी में मरकज़ी हुकूमत को बता चुकी हों। अब पाक को सख्त इंतेबाह दिया जाना चाहिए।