पार्ल्यमंट सेशन का माबक़ी हिस्सा भी हंगामों की नज़र होजाने का इमकान : दोनों ऐवानों की कार्रवाई के मुतास्सिर होने का सिलसिला जारी पार्ल्यमंट के मानसून सशन का माबक़ी हिस्सा भी किसी कार्रवाई के बगैर हंगामों की नज़र होजाने का अंदेशा है कीवनका बी जे पी ने वज़ीर आज़म(प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह के इस्तीफ़ा के मुतालिबा पर अपने मौक़िफ़ को सख़्त कर लिया है और हुकूमत की इस तजवीज़ को मुज़हका ख़ेज़ क़रार दिया है कि इस मसले पर सिर्फ एवान पार्ल्यमंट में मुबाहिस होने चाहिऐं।
दीगर अपोज़ीशन जमाअतें हालाँकि बी जे पी के मौक़िफ़ से इत्तिफ़ाक़ नहीं कर रही हैं लेकिन बी जे पी ने अपने मौक़िफ़ में किसी नरमी लाने के इमकान को मुस्तर्द कर दिया है । बाअज़ जमातों का ख़्याल है कि इस मसले पर पार्ल्यमंट में मुबाहिस की इजाज़त दी जानी चाहीए ।
एन डी ए में भी बी जे पी की अहम हलीफ़ जनतादल म्यू ने एसा इशारा दिया है कि वो बी जे पी के सख़्त गैर मौक़िफ़ से ख़ुश नहीं है । बी जे पी के इसी तर्ज़ अमल की वजह से पार्ल्यमंट की कार्रवाई मुतास्सिर हुई है । सशन का पहला हफ़्ता हंगामा आराई और इलतिवा की वजह से बेकार होगया और अब ये तात्तुल दूसरे हफ़्ते में दाख़िल होगया है ।
आज भी पार्ल्यमंट की कार्रवाई किसी काम काज के बगैर मुल्तवी होगई । पार्ल्यमंट के दोनों ऐवानों की कार्रवाई का आज जैसे ही आग़ाज़ हुआ बी जे पी के अरकान ने वज़ीर आज़म(प्रधानमंत्री) से इस्तीफ़ा का मुतालिबा करते हुए ऐवान में नारा बाज़ी की । ऐवान में नज़म बहाल करने की अपीलें बे कार साबित हुई जिस के बाद कार्रवाई को पहले दोपहर तक के लिए और बाद में दिन भर केलिए मुल्तवी कर दिया गया ।
पार्ल्यमंट के मानसून सशन का 7 सितंबर को इख़तताम अमल में आने वाला है । ये वाज़िह करते हुए कि बी जे पी अपने जारिहाना तीव्र को नरम नहीं करेगी राज्य सभा में क़ाइद अपोज़ीशन अरूण जेटली ने कहा कि जो कुछ भी हुआ है इस को क़बूल करने की ज़िम्मेदारी वज़ीर आज़म(प्रधानमंत्री) की है । मिस्टर जेटली ने अपने एक मज़मून में कहा कहियो पी ए हुकूमत कोयला ब्लॉक्स अलाटमैंट के मसले पर हिट धर्मी वाला रवैय्या इख़तियार कर रही है ।
उन्हों ने कहा कि एसा तजवीज़ किया जा रहा है कि चूँकि वज़ीर आज़म(प्रधानमंत्री) डाँक्टर मनमोहन कोयला का क़लमदान रखते थे इस लिए ये फैसला मुंसिफ़ाना है । वज़ीर आज़म(प्रधानमंत्री) का दफ़्तर हिंदूस्तानी जम्हूरियत में मुक़द्दस माना जाता है । इसी लिए इस के ताल्लुक़ से मयारात इस से भी सख़्त होने चाहिऐं जैसे साबिक़ वज़ीर मिस्टर ए राजा के ताल्लुक़ से इख़तियार किए गए थे ।
उन्हों ने कहा कि ये तजवीज़ भी किया जा रहा है कि इस मसले पर सिर्फ ऐवान पार्ल्यमंट में मुबाहिस होने चाहिऐं । इस के नतीजे में हिंदूस्तान की तारीख के सब से बड़े स्कैंडल की पर्दापोशी होजाएगी। उन्हों ने कहा कि अपोज़ीशन जमाअतें इस मसले पर पार्ल्यमंट में सिर्फ एक दिन की बेहस में दिलचस्पी नहीं रखतीं।
बी जे पी ज़राए का कहना है कि इन की पार्टी वज़ीर आज़म(प्रधानमंत्री) के इस्तीफ़े के मुतालिबा के अपने मौक़िफ़ में किसी तरह की नरमी पैदा करने केलिए तय्यार नहीं है ।