कोयला तख़सीस पर बैन वज़ारती ग्रुप से सिफ़ारिशात जल्द पेश करने की ख़ाहिश

वज़ारत फ़ीनानस और वज़ारत कोयला में इख़तिलाफ़ात की तरदीद, ग्रुप के तमाम अरकान को दरकार तफ़सीलात फ़राहम करने का दावा

कोयला बलॉक तख़सीस पर बैन वज़ारती ग्रुप (आई एमजी) से ख़ाहिश की गई हीका अपना काम बना ताख़ीर के पाए तकमील को पहुंचाए और जल्द अज़ जल्द सिफ़ारिशात पेश करे। वज़ीरफ़ीनानस पी चिदम़्बरम और वज़ीर कोयला सिरी प्रकाश जयसवाल ने डिपार्टमैंट औफ़ इकनॉमिक अफयर्स और वज़ारत कोयला के सैक्रेटरीज़ की मौजूदगी में मुलाक़ात की, जिस के बाद आई एमजी को ये हिदायत दी गई।

मीडीया में जवाइंट सैक्रेटरी के मकतूब की बुनियाद पर दोनों वज़ारतों में इख़तिलाफ़ात से मुताल्लिक़ ख़बरों को मुस्तर्द करते हुए वज़ारत फ़ीनानस ने एक ब्यान में कहा कि ये मकतूब मामूल के इंतेज़ामी उमूर का एक हिस्सा है। इस मकतूब में सदर नशीन आई एमजी से कहा गया था कि हर मुआमला से मुताल्लिक़ दस्तावेज़ात और हक़ायक़ बैन वज़ारती ग्रुप के तमाम अरकान को फ़राहम किए जाने चाहीए बसूरत-ए-दीगर आई एमजी कोई भी फ़ैसला या किसी भी तरह की सिफ़ारिश करने के मौक़िफ़ में नहीं रहेगा।

बताया जाता है की वज़ारत कोयला ने बेन वज़ारती ग्रुप के तमाम अरकान को मुकम्मल तफ़सीलात फ़राहम की है। दोनों वज़ारतों के नुमाइंदों ने हर इजलास में शिरकत की और इस ताल्लुक़ से कोई इख़तिलाफ़ नहीं पाया जाता। मर्कज़ी वज़ीरफ़ीनानस और वज़ीर कोयला ने कल मुलाक़ात की, जिस में डिपार्टमैंट औफ़ इकनॉमिक अफयर्स और वज़ारत कोयला के सैक्रेटरीज़ भी शरीक थे। वज़ारत फ़ीनानस ने अपने जवाब में कहा कि दोनों वज़ारतों की जानिब से ये वाज़िह हिदायात दी जा चुकी हैं कि बेन वज़ारती ग्रुप को अपना काम किसी ताख़ीर के बगै़र पूरा करना चाहीए और वो अपनी सिफ़ारिशात पेश करे ताकि हुकूमत जल्द अज़ जल्द ज़रूरी इक़दामात करसके।

बेन वज़ारती ग्रुप के सदर नशीन ज़हरा चटर्जी ऐडीशनल कोयला सैक्रेटरी हैं और उन्हें 2005 2009 के दरमियान पब्लिक और प्राईवेट सैक्टर में मुख़तस किए गए 58 कोयला ब्लॉक्स से मुताल्लिक़ तमाम उमूर का जायज़ा लेने की ज़िम्मेदारी तफ़वीज़ की गई है। कमेटी से कहा गया है के अपनी सिफ़ारिशात 15 सितंबर तक पेश करदे और साथ ही साथ ये भी वाज़िह किया जाय कि जिन फर्म्स को कोयला ब्लॉक्स मुख़तस किए गए हैं उन्हें मंसूख़ करदिया जाय या नहीं।

बेन वज़ारती ग्रुप ने 29 कोयला ब्लॉक्स को जारी की गई नोटिसों पर मिलने वाले जवाब का जायज़ा लिया है। ऐसे इशारे मिल रहे हैं कि बेन वज़ारती ग्रुप मुक़र्ररा वक़्त यानी 15 सितंबर तक क़तई सिफ़ारिशात पेश करने के मौक़िफ़ में नहीं होगा। मुम्किन है कि ग्रुप के मज़ीद चंद इजलास मुनाक़िद किए जाऐंगे ताकि सिफ़ारिशात को क़तईयत देने में मदद मिल सके। ये भी इमकान ज़ाहिर किया जा रहा है की बैन वज़ारती ग्रुप मुक़र्ररा मुद्दत में तौसीअ की ज़रूरत भी ज़ाहिर करसकता है।