कोयला ब्लॉक्स अलाटमंट पर गतिरोध(रोक) बरकरार ‘संसद की कार्यवाही फिर स्थगित

मानसून सत्र के माबकी दिन भी हंगामा हुआ की केंद्र होने की आशंका, लोकसभा में गड़बड़ के दौरान तीन बिल को मंजूरी कोयला ब्लॉक्स अलाटमंट मसले पर सरकार और भाजपा के बीच गतिरोध अभी बरकरार है और संसद के मानसून सत्र के तीसरे सप्ताह शुरू भी हंगामों की भेंट हो गया और यह अंदेशे ज़ोर‌ पा गए हैं कि मानसून सत्र के मज़ीद(अधिक‌) चार दिन भी किसी कार्रवाई के बिना हंगामों केंद्र हो जाएंगे.

एक माह लंबे संसद सत्र के शुरुआती दो सप्ताह इसी मसले पर हंगामों की भेंट हो चुके हैं. भाजपा कोयला ब्लॉक्स अलाटमंट मसले पर प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग छोड़ने तैयार नहीं है. ऐवान में आज भी भाजपा सदस्यों ने हंगामा मचाया, जिसके परिणाम में लोकसभा और राज्या सभा दोनों में एक और दिन बर्बाद हो गया. लेकिन हंगामा मचाया और शोर शराबह में सरकार ने तीन बिलों को किसी म्बअहत के बिना मंजूरी दिला दी.

इनमें काम के स्थानों पर महिला यौन हरासानी की रोकथाम बिल 2010 भी शामिल है. अन्य दो बिल में पूर्वोत्तर क्षेत्र के संगठन जदेद बिल 2011 और राष्ट्रीय उच्च वेज़ अथारेटी ऑफ इंडिया (तरमेमी) विधेयक 2011 शामिल हैं. राज्या सभा में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस‌ (तरमेमी) विधेयक 2012 ई. को मंजूरी दिलाने सरकार की कई कोशशें विफल रहीं.

बाएं दलों का आग्रह था कि म्बअहत के बिना इस बिल को मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए. आज सुबह जैसे ही ऐवान की कार्यवाही शुरू हुआ, पूर्व की तरह हंगामा मचाना शुरू हो गया और भाजपा के सदस्यों प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस्तीफे की मांग करने लगे. भाजपा सदस्यों से ‘कोयला की दलाली है. कांग्रेस सरकार काली है’ और ‘ प्रधानमंत्री इस्तीफा दो ‘के नारे लगाए जाने लगे.

कांग्रेस सदस्यों ने इसके जवाब में कुछ नारे लगाए. वार्ता गठबंधन के कुछ सदस्यों भाजपा के विरोध सदस्यों को आज के एजेंडा की सूची दिखाने की कोशिश कर रहे थे. राज्या सभा में आना डी एम के सदस्यों ने भी प्रधानमंत्री के इस्तीफे की ताएद में नारे लगाए और सरकार को निशाना बनाया.

लोकसभा में भी सदस्यों ने विरोध में भाग लिया. लोकसभा में इस्पिकर मिरा कुमारी ने जैसे ही पूर्व सदस्य काशी राम राणा का पज़ेती बयान पढ़ा, हंगामा मचाना शुरू हो गया. ऐवान की कार्रवाई को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया. राज्या सभा में अंतराल के बाद फिर हंगामे पर कार्रवाई दो बजे तक स्थगित कर दी गई.

लोकसभा में हंगामा मचाने में आधे घंटे तक कार्रवाई चिली और इस्पीकर ने तीन बिल को मंजूरी दे दी. इसके बाद कार्रवाई दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई. राज्या सभा में जब ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ़ मैडीकल साइंसिस (तरमेमी) विधेयक को मंजूरी दिलाने में असफल हुई और हंगामा मचाने का सिलसिला चल रहा तो ऐवान की कार्रवाई को उप सदरनिशेन पी जे कोरियन ने ऐवान की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया. राज्या सभा में समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सुबह में कुछ समस्याओं उठाने की कोशिश की थी, लेकिन गड़बड़ के कारण ऐसा संभव न हो सका.