कोयला ब्लॉक्स अलाटमैंट से मुताल्लिक़ वज़ारती ग्रुप जंदाल स्टील ऐंड पावर और रिलाइंस पावर जैसी कंपनीयों को अलॉट करदा 29 यूनिटों के मुस्तक़बिल के ताल्लुक़ से जारीया हफ़्ते कोई फ़ैसला करेगा। इस वज़ारती (मंत्रिमंडल)ग्रुप ने गुज़शता हफ़्ते इन कोयला ब्लॉक्स को डेवलप करने अब तक किए गए इक़दामात का जायज़ा लिया था।
एक सरकारी ब्यान में कहा गया है के वज़ारती (मंत्रिमंडल)ग्रुप का आइन्दाइजलास 12 सितंबर को मुनाक़िद होगा, जिस में अलॉट करदा कोयला ब्लॉक्स को डेवलप करने किए गए इक़दामात और मुताल्लिक़ा कंपनीयों की नुमाइंदगियों और रिपोर्ट के पेशे नज़र ये ग्रुप ग़ौर-ओ-ख़ौज़ करेगा और अपनी सिफ़ारिशात को क़तईयत देगा।
इस ग्रुप ने 6 ता 8 सितंबर इजलास में इन ब्लॉक्स का जायज़ा लिया था। जिन कंपनीयों को ब्लॉक्स अलॉट किए गए थे, उन को वजह नुमाई नोटिसें जारी की गई थीं। ये कंपनीयां मुक़र्ररा मुद्दत के अंदर इन ब्लॉक्स को डेवलप करने और कोयला की पैदावार शुरू करने में नाकाम होगई हैं।
एक सरकारी ब्यान के मुताबिक़ नोटिस वजह नुमाई मिलने के बाद इन कंपनीयों ने इस ग्रुप से रुजू होते हुए अपने मौक़िफ़ की वज़ाहत की थी। इन कंपनीयों से नोटिस वजह नुमाई में कहा गया था कि वो इन ब्लॉक्स के मौजूदा मौक़िफ़ पर दस्तावेज़ात पेश करें। इन दस्तावेज़ात का मजाज़ हुक्काम और ओहदेदारों से तौसीक़(पुष्टि) होना ज़रूरी है।
ये कंपनीयां इस सिलसिला में वज़ारती (मंत्रिमंडल)ग्रुप से रुजू हो चुकी हैं। इस दौरान ज़राए ने कहा कि बेन वज़ारती ग्रुप 12 सितंबर के इजलास में इन तवारीख़ का भी ताय्युन करेगा, जिन में अवामी शोबा की इन कंपनीयों की कारकर्दगी का भी जायज़ा लिया जाएगा,
जिन को हराज के बगै़र कोयला ब्लॉक्स अलॉट किए गए थे । जो 58 ब्लॉक्स अलॉट किए गए थे उन के मिनजुमला 30 ब्लॉक्स अवामी शोबा की कंपनीयों के पास हैं।