किंग्स एलेवन पंजाब जिस ने रवां सीज़न ग़ैरमामूली मुज़ाहरा करते हुए इंडियन प्रीमियर लीग के फाईनल में पहली मर्तबा रसाई हासिल की है, आज इस का मुक़ाबला साबिक़ चैम्पियन कोलकता नाईट राईडस से होगा।
सीज़न के आग़ाज़ पर टूर्नामेंट के मुताल्लिक़ कुछ तनाज़आत ज़रूर हुए लेकिन मुंतज़मीन को अब राहत की सांस मिलेगी क्योंकि टूर्नामेंट पुर्सकून तरीके से अपने आखरी मुक़ाबला में दाख़िल होचुका है।
पंजाब के सीनियर ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने 58 गेंदों में 122 रन की शानदार इनिंगस खेलते हुए फाईनल में रसाई हासिल की है जबकि इस टीम में ग्लेन मैक्सवेल और डेविड मिलर ऐसे दो नाम हैं जोकि के के आर के लिए बड़ा ख़तरा साबित होसकते हैं लेकिन के के आर के पास सुनील नारायण ऐसे बोलर हैं जोकि पंजाब के ख़तरनाक बैटस्मेनों को क़ाबू में करने के अहल हैं।
दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने बेहतर मुज़ाहिरों के ज़रिया ख़िताबी मुक़ाबला तक अपनी टीमों को पहूँचा दिया है और अब उनकी ख़ाहिश होगी कि वो बाली वुड की मशहूर जोड़ी वीर ज़ारा जोकि बिलतर्तीब पंजाब के लिए प्रीति ज़ीनटा और कोलकता के लिए शाहरुख ख़ान मालिक हैं, वो उन्हें ख़िताबी तोहफ़ा देने के लिए कोशिश होंगे।
कोलकता के लिए ये दूसरा मौक़ा है कि वो ट्रोफी हासिल करे लेकिन इसके लिए ये काम आसान नहीं होगा क्योंकि हरीफ़ टीम को टूर्नामेंट की ताहाल सब से ताक़तवर टीम तसव्वुर किया जा रहा है।
कोलकता जोकि टूर्नामेंट में इंतिहाई ग़ैरमामूली मुज़ाहरा करने वाले पंजाब के बैटस्मेन मैक्सवेल को क़ाबू में करलिया है लेकिन आज के मुक़ाबला में सहवाग एक बड़ा ख़तरा बन सकते हैं जैसा कि गुजिश्ता मुक़ाबला में महिन्द्र सिंह धोनी की ज़ेर-ए-क़ियादत चेन्नई सुपर किंग्स टीम के लिए सेंचुरी के ज़रिया अपनी एहमियत का अंदाज़ा दिलवाया है।
डेविड मिलर, मनन वोहरा और कप्तान जॉर्ज बेली के साथ वर्धमान साहा कोलकता के लिए ख़तरा हैं। 25 साला ऑस्ट्रेलियाई बैटस्मेन जिन्होंने अबूज़हबी और कटक में 90 से ज़्यादा रन की इनिंगस खेली है वो कोशिश होंगे कि फाईनल में 90 रन की इनिंगस को सेंचुरी में तबदील किया जाये।
कटक में उन्होंने चेन्नई के ख़िलाफ़ 35 गेंदों में 90 रन स्कोर करते हुए टीम को 231 रन का हिमालयाई स्कोर फ़राहम किया था। 28 मई को ईडन गार्डन्स में जब ये दोनों टीमें आमने सामने हुई थीं तब कोलकता ने कामयाबी हासिल की थी। कोलकता के लिए यूसुफ़ पठान की जानिब से 22 गेंदों में बनाए जाने वाले 72 रन ख़ुश आइंद हैं और गौतम गंभीर उम्मीद कररहे हैं कि वो फाईनल में भी ईसी तरह की एक और इनिंगस खेलते हुए टीम को दूसरी मर्तबा चैम्पियन बनाने में कलीदी रोल अदा करेंगे।
कोलकता के लिए मुसबत पहलू इसके ओपनर रॉबिन उथप्पा का शानदार फ़ार्म है जोकि टूर्नामेंट में ताहाल सब से ज़्यादा रन बनाते हुए ऑरेंज टोपी के हक़दार हैं। कप्तान गौतम गंभीर ने उथप्पा के साथ टीम को बेहतरीन शुरूआत फ़राहम करते हुए 8 मुक़ाबलों में अच्छा रन रखने में अहम रोल अदा किया है।
यूसुफ़ पठान ने साबित कर दिया है कि वो किसी भी मौक़ा पर ख़तरनाक साबित होसकते हैं, जैसा कि उन्होंने सन राइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ दुनिया के नंबर एक और तेज़ तरीन बौलर डील स्टीन की एक ओवर में 26 रन बनाते हुए काफ़ी पिटाई की थी।
कोलकता में शकीबुल-हसन बैटिंग के इलावा स्पिन बौलिंग में एहमियत के हामिल हैं तो पंजाब के लिए नौजवान कर्णवीर सिंह और अक्षर पटेल काफ़ी शानदार मुज़ाहरा कररहे हैं जैसा कि चेन्नई के ख़िलाफ़ इन बौलरों ने टीम को मुक़ाबला में वापसी दिलवाई थी। पंजाब के लिए फ़ास्ट बौलर मचल जॉनसन की मौजूदगी भी कलीदी साबित होसकती है।