कोलकता में आग का बडा वाक़िया, 20 हलाक

कोलकता, 28 फरवरी: कोलकता के पाँच मंज़िला तिजारती कामप्लेक्स में भयानक आग भड़क उठी। इस कामप्लेक्स में ज़्यादा तर प्लास्टिक्स और काग़ज़ात की अशिया फ़रोख्त होती है। शहर के इलाक़े सीलधा में इस कामप्लेक्स में बडी आग की वजह से 20 अफ़राद हलाक और दीगर 10 ज़ख़मी होगए। ये आग 25 साला क़दीम सूर्य सीन मार्किट कामप्लेक्स में सुबह की अव्वलीन साअतों 3 बजकर 50 मिनट पर भड़क उठी। ये इमारत गोदान के इलावा दफ़ातिर पर मुश्तमिल कामप्लेक्स है।

आग भड़क उठने के वक़्त इस मार्किट में ज़्यादा तर मज़दूर ही मौजूद थे। महलोकीन् की तादाद भी मज़दूरों की है। ये मज़दूर जिस वक़्त आग भड़क उठी थी, वो सो रहे थे। मार्किट के वायस चीयरमेन‌ सौ शांता घोष ने कहा कि कामप्लेक्स में काम करने वाले मज़दूर इमारत में सो रहे थे, मार्किट कामपलकस के सीढ़ियों पर सामान रख दिया गया था जिस से रास्ता बंद होगया।

आग लगने के बाद लोगों को सीढ़ियों के रास्ते बच निकलने में मुश्किल हुई। आतिश फ़िरौ महिकमा के ओहदेदारों के मुताबिक़ कामप्लेक्स के गोदामों में जो गराउंड‌ फ़्लोर और फ़स्ट‌ फ़्लोर पर है,प्लास्टिक, काग़ज़ात और कपड़ों की अशिया का ज़ख़ीरा रखा गया था। आग की वजह से बहुत ज़्यादा नुक़्सान हुआ है, तकरीबन 200 दुकानात जल कर ख़ाकिसतर होगए है।

घोष ने कहा कि इस इमारत में सिर्फ़ एक ही आमदो रफ़त का रास्ता है। यहां पर एक अमरजेंसी रास्ता भी है, लेकिन उसे गुज़िश्ता 15 साल के दौरान कभी इस्तिमाल नहीं किया गया है। मुक़ामी अफ़राद के मुताबिक़ ये कामप्लेक्स प्लास्टिक, पारचा जात और गैस सलेंडरों जैसे आतिश गैर अशिया से भरा पड़ा है। इस आग की वजह का अभी पता नहीं चला है।

चीफ मिनिस्टर मग़रिबी बंगाल ममता बनर्जी ने आतिशज़दगी वाक़िये के बाद इस इलाक़े का दौरा किया और पुलिस, फ़ायर ब्रिगेड और म़्यूनसिपल कारपोरेशन के ओहदेदारों को हिदायत दी कि वो तीन दिन के अंदर आग लगने की वजूहात का पता चलाकर रिपोर्ट दाख़िल करें। 4 उन्होंने महलोकीन के विरसा को दो लाख रुपये मुआवज़े का ऐलान किया।

ज़ख़्मियों के लिए पचास हज़ार रुप‌ये दीए जाएंगे। चीफ मिनिस्टर ने अवाम पर ज़ोर दिया कि वो रात के वक़्त मार्किट में महू ख़ाब ना रहें। अगर ज़रूरत पड़े तो वो ज़्यादा से ज़्यादा चौकस रहीं और आतिश गैर अशिया के करीब आग लगने वाली अशिया भी ना रखें। महिकमा आतिश फ़िरौ के वज़ीर जावेद ख़ां ने कहा कि जलते हुए गोदामों से 6 अफ़राद को बेहोशी के आलम में बाहर लाया गया। ये लोग अंदर फंसे हुए थे। झुलसे हुए अफ़राद को सरकारी दवा ख़ानों में शरीक कर दिया गया है। आग बुझाने के लिए 26 आतिश फ़िरौ गाड़ियों को मसरूफ़ रखा गया था।