मुख़ालिफ़ इस्लाम ( इस्लाम विरोधी) फ़िल्म के ख़िलाफ़ मग़रिबी बंगाल के हज़ारों मुसलमानों ने आज शदीद एहतिजाज ( शख्त विरोध) किया। यहां कोलकता के अमेरीकी सेंटर तक मार्च की कोशिश की। मुसलमानों के ग़म-ओ-ग़ुस्सा को देखते हुए अमेरीकी सेंटर को फ़ौरी ( फौरन) बंद कर दिया गया।
एहतिजाजियों ( प्रदर्शकारीयो) ने अमेरीका से माज़रत ख़्वाही ( माफी) का मुतालिबा करते हुए पुलिस की जानिब से खड़ी की गई रुकावटों को तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश की। मुस्लिम नौजवान निहायत ही सख़्त स्कियोरटी वाले अमेरीकी सेंटर तक पहूंचना चाहते थे।
ये इलाक़ा वस्त कोलकता के चौरंगी लेन में वाक़्य ( मौजूद) है। पुलिस ने उन्हें दूर ही रोक दिया। जवाइंट कमिशनर आफ़ पुलिस (हेडक्वार्टर्स) जावेद शमीम ने बताया कि सैंकड़ों मुसलमानों ने एहतिजाज ( विरोध) करते हुए अमेरीका के ख़िलाफ़ नारे लगाए लेकिन एक हज़ार ता ( से) 1500 ताक़तवर पुलिस जवानों को इस इलाक़ा में ताय्युनात ( तैनात) किया गया था जिन्होंने अमेरीकी कौंसिल ख़ाने के दफ़्तर तक एहतिजाजियों को पहूंचने से रोक दिया।
पुलिस ज़राए ने कहा कि 20 ता 25 हज़ार पर मुश्तमिल ( शामिल) मुसलमानों का हुजूम ( भीड़) स्पलींडे और चौरंगी के दरमयान जमा हो गया। ये एहतिजाज मुस्लिम तंज़ीमों से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद ने किया जिन में ऑल बंगाल मायनारीटीज़ यूथ फेडरेशन भी शामिल है।
पुलिस कमिशनर जावेद शमीम ने बताया कि एहतिजाज के दौरान कोई तशद्दुद ( मारपीट) नहीं हुआ। अंदेशा था कि सूरत-ए-हाल पुरतशदुद ( गंभीर) हो जाएगी। पुलिस ने एहतिजाजियों पर क़ाबू पा लिया है। ऑल इंडिया मायनारीटी फ़ोर्म के सदर (अध्यक्ष) इदरीस अली ने दावा किया कि एहतिजाज में तक़रीबन 50 हज़ार मुस्लिम शरीक थे।
मेट्रो चैनल पर जमा मुसलमानों से ख़िताब करते हुए मुक़र्ररीन ने मुख़ालिफ़ इस्लाम ( इस्लाम को अपमानित करने वाली) फ़िल्म की मुज़म्मत ( निंदा/ बुराई) की। कोलकता अमेरीकी सेंटर के डायरेक्टर जैफरी के रीनीव ने कहा कि हम ने एहतिजाज के पेशे नज़र सेंटर को फ़ौरी ( फौरन) बंद कर दिया।
ये पूछे जाने पर कि कल जुमा के मौक़ा पर भी अमेरीकी सेंटर को बंद रखा जाएगा , उन्होंने कहा कि हम कल के हालात का जायज़ा लेने के बाद फ़ैसला करेंगे। 14 सितंबर को चेन्नई में भी मुसलमानों ने एहतिजाज करते हुए अमेरीकी क़ौंसलख़ाना पर हमला किया था और इसकी खिड़कियां तोड़ दी थीं।