कोलकाता: अभी भी सात पुलों की हालत जर्जर, तुरंत मरम्मत की जरूरत!

पश्चिम बंगाल में चार सितंबर को माजेरहाट पुल का एक हिस्सा ढहने की घटना की पृष्ठभूमि में राज्य लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने शहर के सभी पुलों का निरीक्षण करने के बाद कहा कि सात पुलों की हालत बेहद ‘जर्जर’ है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इन पुलों के तत्काल मरम्मत की जरूरत है। यह सात पुल उन 20 पुलों में शामिल हैं, जिनकी पहचान पीडब्ल्यूडी ने “खस्ताहाल” ढांचों के तौर पर की है।

पीडब्ल्यूडी अधिकारी ने बताया कि सात पुल जिन्हें ‘‘जर्जर’’ या ‘‘सबसे कमजोर” माना गया है, उनमें बिजोन सेतु, गौरीबाड़ी ऑरोबिंदो सेतु, बेलगछिया पुल, टॉलीगंज सर्कुल रोड पुल, धकुरिया पुल, तल्लाह पुल और संतरागाछी पुल के नाम शामिल हैं।

उन्होंने कहा, “इन पुलों की भार उठा सकने की क्षमता को आंका गया और रिपोर्ट के आधार पर इन खस्ताहाल ढांचों की स्थिति और खराब होने से रोकने के लिए हमने पुलिस को मालवाहक वाहनों पर रोक लगाने का सुझाव दिया।

कोलकाता यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस पहले ही चार पुलों पर मालवाहक वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर चुकी है।

अन्य पुलों पर भी मालवाहक वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित करने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है, लेकिन पीडब्ल्यूडी अधिकारी का कहना है कि अत्याधिक भार ले जाने वाले वाहन अब भी इन पुलों से गुजर रहे हैं खास तौर पर रात में जिससे की ट्रैफिक जाम होता है। जाम के दौरान भारी ट्रक इन पुलों पर फंसे रह जाते हैं जिससे दूसरा हादसा हो सकता है।

साभार- ‘ज़ी न्यूज़’