कोलकाता: दुर्गा पूजा में कुछ दिन बाकी रह गए हैं तो पश्चिम बंगाल के बीर भूम जिले के एक गांव में दुर्गा पूजा के लिए पंडाल लगाने की अनुमति नहीं दिए जाने की खबर को राष्ट्रीय मीडिया में गलत तरीके से फैला कर राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।
नलहटी विधानसभा क्षेत्र जहां यह गांव स्थित है .वहाँ के विधायक मोहम्मद मोइनुद्दीन शम्स ने कहा है कि भाजपा और एक हिंदी, अंग्रेजी समाचार चैनल ग़लत रिपोर्टिंग करके बंगाल में माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है। जब कि बंगाल हमेशा सांप्रदायिक सद्भाव के लिए प्रसिद्ध रहा है।
उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में शांतिपूर्ण ढंग से बक़रीद का आयोजन किया गया और अब दुर्गा पूजा और मुहर्रम और दीवाली का भी आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने क्षेत्र का दौरा किया है, लेकिन यहाँ किसी भी तरह से माहौल तनावपूर्ण नहीं बल्कि दिलचस्प बात यह है कि कनगला पहाड़ी गांव के रहने वालों को भी यह नहीं पता है कि उनके गांवों से संबंधित इस तरह की खबरें चल रही हैं।
मोइनुद्दीन जो पहली बार इस विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर विजयी हुए हैं और इससे पहले उनके पिता व बंगाल के प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ कलीमुद्दीन शम्स फारवर्ड ब्लॉक के टिकट पर सफल होते थे और वे ज्योति बासु की सरकार में वरिष्ठ मंत्री भी थे ने कहा कि इस गांव में 1972 से ही न क़ुर्बानी की जाती है और न दुर्गा पूजा मनाया जाता है मगर पिछले कुछ सालों से भाजपा यहां अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए इस मामले को गलत तरीके से पेश कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस साल बक़रीद के अवसर पर नलहटी पुलिस स्टेशन में गांव के लोगों की बैठक हुई थी जिसमें सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया था कि परंपरा को बनाए रखा जाएगा। न मुसलमानों को क़ुरबानी की अनुमति होगी और न हिन्दुओं को दुर्गा पूजा के लिए पंडाल लगाने की अनुमति होगी। शम्स ने कहा कि इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।