कोलकाता ब्लास्ट- टीएमसी ने ‘हिंदू आतंकी’ को दोषी ठहराया’, बीजेपी बोली- NIA जांच हो

कोलकाता के नगर बाजार इलाके में तृणमूल कांग्रेस पार्टी के ऑफिस के बाहर मंगलवार को हुए कम तीव्रता वाले धमाके के बाद राज्य में सियासत गरमा गई है. राज्य की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी ने इसके लिए ‘हिंदू आतंकी’ को दोषी ठहराया तो बीजेपी ने एनआईए से जांच की मांग की.

दक्षिण कोलकाता में हुए इस बम धमाके में 8 साल के एक बच्चे की मौत हो गई जबकि 10 अन्य लोग जख्मी हो गए हैं. घायलों में मृतक बच्चे की मां भी शामिल है. यह धमाका एक बहुमंजिली इमारत के सामने हुआ जिससे आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी मच गई.

व्यस्ततम नगर बाजार इलाके के पास इस इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर फल की एक दुकान है, जिसके बाहर विस्फोट की यह घटना हुई. घटनास्थल की जगह एक फल विक्रेता ने गोदाम के पास ही अपनी दुकान लगा रखी थी, जबकि कुछ अन्य स्थानीय लोगों की मिठाई की दुकान खोली हुई थी.

बैरकपुर पुलिस कमिश्नर राजेश कुमार सिंह ने इंडिया टुडे से कहा कि यह कम तीव्रता वाला धमाका था. हमें सॉकेट बम के तत्व मिले हैं. हादसे की बाकी जानकारी जांच के बाद ही सामने आ पाएगी.

दूसरी ओर, जिस इमारत के सामने यह धमाका हुआ उसमें दक्षिण दमदम नगर निगम के अध्यक्ष पंछू रॉय का आवास है. रॉय ने दावा किया कि विस्फोट उन्हें ही निशाना बनाकर किया गया है. रॉय ने हालांकि किसी पार्टी का नाम नहीं लिया लेकिन वैसी ‘शक्तियों’ की ओर इशारा किया जो पूरे बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ हमले करा रही हैं.

रॉय ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘यह सुनियोजित धमाका था. उनकी योजना मुझे और टीएमसी कार्यकर्ताओं को मारने की थी ताकि वे इस इलाके में लोगों में भय फैला कर अपनी जगह बना सकें.’ पंछू रॉय के मुताबिक इस धमाके में 10 लोग जख्मी हुए हैं. पत्रकारों के एक सवाल पर कि क्या धमाका टीएमसी की अंदरूनी कलह का नतीजा है. इस पर रॉय ने कहा कि दक्षिण बंगाल में पार्टी के अंदर ऐसा कुछ भी नहीं है.

विस्फोट के बारे में बंगाल के मंत्री पुरनेंदू बासु ने कहा, मुझे लगता है कि यह धमाका ठीक वैसा ही है जैसा आरएसएस और जगहों पर कराता है. टीएमसी विधायक और राज्य मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक ने भी कहा कि रॉय को मारने की साजिश रची की गई. धमाके के लिए कुछ शक्तिशाली चीजों का इस्तेमाल किया गया था. इससे साफ होता है कि रॉय को मारने की योजना बनाई गई थी.

वहीं, धमाके की एनआईए जांच की मांग करते हुए बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य में होने वाले धमाकों के लिए टीएमसी कनेक्शन पर सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि हम एनआईए जांच की मांग करते हैं. हर धमाकों में कहीं न कहीं कोई टीएमसी ऑफिस या फिर कोई अधिकारी शामिल रहता है.

धमाके के पीछे बीजेपी की साजिश का आरोप लगाए जाने पर घोष ने कहा कि टीएमसी नेतृत्व बीजेपी फोबिया से डर गई है.