कोयला बलॉक अलाटमेंट मामले की कुछ फाइलों के मुबय्यना तौर पर लापता होने के मामले में बी जे पी के अरकान की वज़ीर-ए-आज़म के इस्तीफ़े का मुतालिबा और पेट्रोल की क़ीमतों में इज़ाफे को वापिस लेने की बाएं बाज़ू के अरकान की मांग को लेकर लोक सभा में आज भारी हंगामा हुआ , जिस के सबब कार्रवाई तक़रीबन 15 मिनट पहले दो बजे तक के लिए मुल्तवी कर दी गई।वक़्वा सिफर ख़त्म होने पर वज़ीर-ए-फाईनान्स पी चिदम़्बरम ने पेंशन फ़ंड रैगूलेट्री और तरक़्क़ी अथार्टी बिल 2011 को बेहस और पास कराने के लिए पेश किया और अपनी बात रखनी शुरू की। इसी के साथ ही बी जे पी रुकन कोलगेट मामले में नारेबाज़ी करते हुए ऐवान के सामने आ गए।शोर शराबे के बीच ही स्पीकर मीरा कुमारी ने चिदम़्बरम की तरफ़ से अपनी बात रखे जाने के बाद बिल पर बेहस शुरू करते हुए बी जे पी रुकन निशीकांत दुबे का नाम पुकारा लेकिन दुबे ने ऐवान में पहले निज़ाम बनाने को कहा।निशी कांत दूबे हंगामे की वजह से अपनी बात नहीं रखने पर सदर ने कांग्रेस रुकन संजय नरोपम को बेहस में हिस्सा लेने को कहा।
बी जे पी के अरकान के हंगामे के दरमियान ही स्पीकर ने बिल पर बेहस शुरू कराई, जिस में संजय नरोपम के अलावा, तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय और समाजवादी पार्टी के शैलिंद्र कुमार ने भी हिस्सा लिया।जब सदर ने सी पी ऐम बासुदेव आचार्य का नाम पुकारा तो उन्होंने भी पहले ऐवान में निज़ाम क़ायम किए जाने का मुतालिबा किया।इसी के साथ ही बाएं बाज़ू की रुकन पेट्रोल की क़ीमतों को वापिस लिए जाने का मुतालिबा करते हुए ऐवान के सामने आ गए और हंगामा बढ़ गया।बाएं बाज़ू के अरकान ने सुबह भी ऐवान में ये मामला उठाया था।पार्लियामेंट की आज की कार्रवाई शुरू होने पर बी जे पी के अरकान ने दोनों ऐवानों में गुमशुदा फाइलों का मसला उठाया और इसे लेकर काफ़ी हंगामा भी हुआ।लोक सभा में अगरचे वक़्वा सिफर के दौरान पार्टी ने कोई रुकावट नहीं डाली और इस के सीनीयर लीडर जसवंत सिंह ने शाम पर अमरीका के मुजव्वज़ा फ़ौजी कार्रवाई का मसला उठाया।