रांची : कोल इंडिया के करीब 3.22 लाख मुलाज़िम को 48,500 रुपये बोनस (एक्सग्रेसिया) दिया जायेगा। इसकी अदागयी 17 अक्तूबर तक कर दिया जायेगा। इस पर कोल इंडिया को करीब 1600 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। बुध को दिल्ली में मैनेजमेंट के साथ जेबीसीसीआइ स्टैंडराइजेशन कमेटी की हुई बैठक में बोनस पर फैसला लिया गया़।
मजदूर यूनियनों ने मुतालिबात थे 68 हजार
बैठक में मजदूर नुमाइंदों ने 68 हजार रुपये बोनस की मांग की थी़। बाद में कई दौर की बातचीत हुई़ मजदूर यूनियनों के नुमाइंदे 54 हजार रुपये से कम बोनस लेने पर तैयार नहीं थे। सीटू लीडर डीडी रामानंदन ने बताया कि बातचीत के बाद 48500 रुपये पर बात बनी। लखन लाल महतो ने बताया कि मैनेजमेंट 42500 रुपये से ज़्यादा देने को तैयार नहीं था। काफी दबाब के बाद यहां तक पहुंचा।
बैठक में कोल इंडिया में काम कर रहे ठेका मजदूरों को भी बोनस देने की बात उठी। इसे लेकर बातचीत जारी है़। ठेका मजदूरों को कितना बोनस मिलेगा इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है़। गुजिशता साल कोल इंडिया के मुलाज़िम को 40 हजार रुपये बोनस मिला था। इस बार 8500 रुपये ज़्यादा मिलेगा़।
बैठक में कोल इंडिया की तरफ से चेयरमैन एस भट्टाचार्या, डाइरेक्टर आर मोहन दास, सभी कंपनियों के डाइरेक्टर अौर यूनियनों की तरफ से राजेंद्र सिंह, एसक्यू जामा, रमेंद्र कुमार, नाथू लाल पांडेय, प्रदीप दत्ता, डीडी रामानंदन, लखन लाल महतो वगैरह मौजूद थे।