ज़िला मेदक के कोहीर मंडल मुस्तक़र से क़ौमी शाहराह को जोड़ने वाली अहम सड़क पूर ज़रे तामीर कामों में सुस्ती-ओ-काहिली होने के सबब राहगीरों को मुश्किलात का सामना करना पड़ रहा है।
कोहीर आने जाने वाली ये एक अहम सड़क है, इस के तामीरी कामों की निगरानी महिकमा आर एड बी के तहत है, ताहम ओहदेदारों की लापरवाही की वजह से कॉन्ट्रैक्ट भी सुस्ती से काम ले रहा है।
कोहीर के अवाम कई मर्तबा पुल की तामीर को जल्द से जल्द मुकम्मिल करने ओहदेदारों और कॉन्ट्रैक्ट पर दबाओ डाल चुके हैं, लेकिन उनके कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
कोहीर मंडल का सदर मुक़ाम है, जहां पर रोज़ाना बहुत से लोग आते जाते रहते हैं। स्कूल और कॉलेज जाने वालों को मसाइब का सामना करना पड़ रहा है।
सब से ज़्यादा स्कूल जाने वाले छोटे छोटे बच्चे परेशान हो रहे हैं। पूल के बाज़ू में एक ज़मीं सड़क बनाई गई है, जो इंतिहाई नाक़िस और ख़स्ता हालत में है।
इस सड़क पर कई मर्तबा ऑटो, स्कूल बस और लारियां वग़ैरा हादिसे का शिकार हुईं। जय गीता रेड्डी साबिक़ रियासती वज़ीर मुताल्लिक़ा ओहदेदारों को कई मर्तबा सख़्त वार्निंग भी दे चुकी हैं, लेकिन उन पर कोई असर नहीं हुआ।
आर एड बी के ओहदेदारें अस्सिटेंट इंजीनियर वसीम अख़तर ने बताया कि हम लोग मुताल्लिक़ा कॉन्ट्रैक्टर पर हर तरह का दबाव डाल रहे हैं, लेकिन वो किसी ना किसी बहाने फ़रार हासिल करता है।
कभी लेबर की कमी बताता है या फिर कोई दूसरी अहम वजह बताता है। उन्होंने बताया कि पूल के तामीरी कामों के लिए बजट की कोई कमी नहीं है, 4 करोड़ 10 लाख रुपये का टेंडर हो चुका है।
कोहीर के अवाम का कहना हैके मौसम बरसात का आग़ाज़ होचुका है, अगर थोरी भी बारिश हो जाती है तो अवाम का चलना दुशवार हो जाता है, जबके ज़्यादा बारिश होने पर मुकम्मिल रास्ता बंद हो जाता है।
बताया जाता हैके डेढ़ साल से ज़्यादा अर्सा गुज़र चुका है, लेकिन अब तक पूल का काम पा यह-ए-तकमील को नहीं पहुंचा। कोहीर तहसीलदार ने भी ज़िला कलेक्टर को पूल की तामीर के सिलसिले में एक तफ़सीली रिपोर्ट रवाना की है।
कोहीर के अवाम ने अर्बाब मजाज़ से ख़ाहिश की है कि पूल की तामीर में ताख़ीर ना की जाये और तामीरी काम मुकम्मिल करके अवाम को राहत पहुंचाई जाये, वर्ना कॉन्ट्रैक्ट और महिकमा आर एड बी के ख़िलाफ़ क़ौमी शाहराह पर ज़बरदस्त एहतेजाज किया जाएगा।