रांची 21 जुलाई : रियासत में हुकूमत तशकील के बाद अब वजरा के नाम तय करने की कवायद शुरू हो गयी है। कांग्रेस कोटे से चार और मेम्बरान असेंबली को वजीर बनाना है। अब तक नाम तय नहीं हो सके हैं। कांग्रेस से कौन-कौन वजीर बनेगा, यह दिल्ली दरबार में तय होगा।
वजीर ए आला हेमंत सोरेन, वजीर राजेंद्र सिंह और रियासती कांग्रेस सदर सुखदेव भगत इतवार को दिल्ली जायेंगे। जराए के मुताबिक, दिल्ली में वजीर ए आला की मुलाकात कांग्रेस सदर सोनिया गांधी से हो सकती है। इसके लिए प्रोग्राम तय किये जा रहे हैं। बताया जाता है कि तीनों लीडर रियासत कांग्रेस इंचार्ज बीके हरिप्रसाद से भी मिलेंगे।
कांग्रेस आला कमान पार्टी के कोटे के वजरा के नाम पर आखरी मुहर लगायेगा। किस वजीर को कौन सा महकमा मिलेगा, यह भी तय करेगा। सब कुछ तय होने पर असेंबली सेशन की ख़त्म के बाद वजरा को हलफ दिलायी जायेगी।
झामुमो कोटे के मुम्किन वजीर
झामुमो कोटे से और चार वजीर बनाये जाने हैं। एक दावेदार शशांक शेखर भोक्ता को असेंबली सदर ओहदे के लिए राजी कर लिया गया है। खबर है कि चंपई सोरेन का मुकाम पक्का है। इत्तेला है कि इस बार मथुरा महतो की जगह जगरनाथ महतो को मौका दिया जा सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि शिबू सोरेन दोनों को वजीर बनाने के हक में हैं।
हाजी हुसैन अंसारी की जगह पर अकील अख्तर को मौका मिल सकता है। हेमलाल और साइमन मरांडी को लेकर अभी भी सस्पेंस है। हालांकि साइमन मरांडी की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। उन्हें फिलहाल प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। पौलुस सुरीन भी वजीर ओहदे के लिए मुसलसल दबाव बनाये हुए हैं।
कहा जा रहा है कि जुनुबी छोटानागपुर में झामुमो को नुमायन्दगी देने के नाम पर उन्हें मौका दिया जा सकता है। जराए ने बताया कि इन नामों में ही आखिर चार का मुन्तखिब हेमंत सोरेन करेंगे।