क्या इजरायल सभी अरब देशों में दखलंदाजी करना शुरू कर दिया है?

बहरैन की अलवेफ़ाक़ पार्टी ने एक बयान जारी करके देश में जारी अत्याचार और भ्रष्टाचार के विरुद्ध शांतिपूर्ण संघर्ष जारी रखने पर बल दिया है।

इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार बहरैन की अलवेफ़ाक़ पार्टी ने बुधवार को अपने स्थापना दिवस के अवसर पर एक बयान में कहा कि अलवेफ़ाक़ पार्टी और उसके नेताओं को निशाना बनाया जाना, बहरैन और इस देश के नागरिकों के हितों के मुक़ाबले में बहुत मामूली नुक़सान है।

इस बयान में कहा गया है कि 7 नवम्बर 2011 को अलवेफ़ाक़ पार्टी की स्थापना, बहरैनियों के नागरिक अधिकारों और उनके हितों की रक्षा तथा सौ साल से अधिक राष्ट्रीय संघर्ष एक क्रम है।

इस बयान के अनुसार देश में लोकतंत्र की स्थापना, अत्याचार की समाप्ति और सुधार के लिए बहरैनी जनता का संघर्ष यथावत जारी रहेगा और शक्ति के प्रयोग से उसे कदापि दबाया नहीं जा सकता।

दूसरी ओर 14 फ़रवरी के क्रांतिकारी युवाओं के गठबंधन ने शुक्रवार को जनाक्रोश शीर्षक के अंतर्गत प्रदर्शन करने के बारे में बहरैनी धर्मगुरुओं की अपील का समर्थन किया है।

इस संबंध में 14 फ़रवरी के क्रांतिकारी युवाओं के गठबंधन की ओर से जारी किए जाने वाले बयान में कहा गया है कि ज़ायोनी शासन के साथ संबंधों की स्थापना के लिए किए जाने वाले प्रयासों का विरोध और अलवेफ़ाक़ पार्टी के प्रमुख शैख़ अली सलमान की उम्र क़ैद की सज़ा के अत्याचारपूर्ण फ़ैसले के विरुद्ध प्रदर्शन के लिए शुक्रवार को जनाक्रोश शीर्षक के अंतर्गत देशभर में प्रदर्शन किए जाएंगे।

इस गठबंधन के बयान में कहा गया है कि बहरैन की धरती जो देशभर में निर्दोष लोगों के बहाए जाने वाले ख़ून से पूरी तरह पाक हो चुकी है, ऐसे अतिग्रहणकारी ज़ायोनियों का अस्तित्व कदापि सहन नहीं करेगी कि जिनके हाथ फ़िलिस्तीन, सीरिया, लेबनान और अन्य अरब देशों के नागरिकों के ख़ून से सने हुए हैं।