नरेंद्र मोदी की तरफ से बिहार को बार-बार दहशतगर्द पनाहगार कहे जाने से खफा जदयू के रियासती सदर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि क्या बिहार में दहशतगर्द हमलों में नरेंद्र मोदी का हाथ था? जुमा को रियासत के सदर ने पार्टी दफ्तर में मुनक्कीद प्रेस कांफ्रेंस में नरेंद्र मोदी से पूछा कि आखिर किस बुनियाद पर वे बिहार और यहां की हुकूमत पर उंगली उठाते हैं। दहशतगर्द की मसायल से पूरा मुल्क मुतासीर है। इस संगीन मुद्दे पर सियासत नहीं होनी चाहिए।
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जदयू के रियासती सदर ने कहा कि मोदी को सिर्फ बिहार की एक-दो वाकिया में ही दहशतगर्द दिखाई देता है। गुजरात और छत्तीसगढ़ की वाकियात उन्हें नहीं दिखती। वहां उन्हें कानून-निज़ाम की मायल नहीं दिखती है। मुल्क नफरत भरी सियासत से नहीं चलता। मुल्क को चलाने के लिए पॉलिसी की जरूरत होती है।
वशिष्ठ ने कहा कि भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों पार्टियों को दहशतगर्द और मुक़ामी मसावत के मुद्दे पर अपनी पॉलिसी वाजेह करनी चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि मुक़ामी मसावत को खत्म करने के लिए उनके पास क्या उपाय है। भाजपा बिहार के तरक़्क़ी को लेकर भी कनफ्यूज्ड है। उसके पास कोई वाजेह पॉलिसी नहीं है।