हैदराबाद 19 सितम्बर: किया गैंगस्टर नईम के लिए दो मुस्लिम अरकाने असेंबली पर भरोसा करना महंगा साबित हुआ?। क्या गैंगस्टर नईम ने इन दो मुस्लिम अरकाने असेंबली से ख़ुद सुपुर्दगी इख़तियार करने के लिए हुकूमत से बात करने की ख़ाहिश की थी?। ये एसे सवाल है जो इन दिनों सामने आ रहे हैं जब ख़ुसूसी तहक़ीक़ाती टीम नईम की गै़रक़ानूनी सरगर्मीयों का पता लगाने के लिए तहक़ीक़ात को आगे बढ़ा रही है।
ये इत्तेलाआत मिल रही हैं कि दो मुस्लिम अरकाने असेंबली के गैंगस्टर नईम के साथ क़रीबी ताल्लुक़ात थे और इस का फ़ायदा दोनों अरकाने असेंबली ने काफ़ी हद तक उठाया। मालूम हुआ है कि एस आई टी को मुस्लिम अरकाने असेंबली के वीडीयो और आडीयो रिकार्डज़ भी दस्तयाब हो गए हैं।
इत्तेलाआत के मुताबिक़ उन्होंने नईम को इस्तेमाल करते हुए कई अराज़ी मुआमलतें कीं और कई आराज़ीयात भी खरीदें। इत्तेलाआत के मुताबिक़ इन अरकाने असेंबली ने नईम के साथ ज़बरदस्त मुआमलतें कीं और वो इस से मुसलसिल रब्त में थे। जब नईम को अपनी सरगर्मीयों और हालात के ताल्लुक़ से क़दरे शुबहात पैदा हुए तो उसने ख़ुद सुपुर्दगी इख़तियार करने पर ग़ौर किया था।
एसे में ये सवाल पैदा होता है कि क्या नईम ने इन दो मुस्लिम अरकाने असेंबली से ख़ाहिश की थी कि वो हुकूमत से अपने बेहतरीन ताल्लुक़ात को सामने लाते हुए उस के लिए कोई महफ़ूज़ राहदारी हासिल करें? ताकि वो ख़ुद सुपुर्दगी इख़तियार करे और फिर मुक़द्दमात का सामना करते हुए बाद में पुरसुकून ज़िंदगी गुज़ार सके। ये शुबा पैदा हो रहा है कि कहीं दो मुस्लिम अरकाने असेंबली ने नईम को धोका तो नहीं दिया?। कहीं उन्होंने नईम को हुकूमत से ताल्लुक़ात का इस्तेमाल करते हुए महफ़ूज़ राहदारी फ़राहम करने के अह्द के साथ मौत के मुँह में तो नहीं ढकेल दिया ?।
ये इत्तेलाआत सामने आ रही हैं कि दो मुस्लिम अरकाने असेंबली के नईम के साथ बेहतरीन रवाबित थे और वो नईम से अक्सर फ़ोन पर बात किया करते थे। शुबा है कि उन्होंने कई अराज़ी मुआमलतें नईम की मदद से कीं और ज़बरदस्त फ़ायदा हासिल किया।
इन्वेस्टीगेशन टीम तहक़ीक़ात में शिद्दत पैदा करते हुए अनक़रीब बाज़ सियासतदानों और कई पुलिस ओहदेदारों के ख़िलाफ़ कार्रवाई का मन्सूबा तैयार किया है।
बावसूक़ ज़राए ने बताया कि अब तक की तहक़ीक़ात में कई हैरत-अंगेज़ इन्किशाफ़ात हुए हैं जिसकी बुनियाद पर तहक़ीक़ाती एजेंसी अनक़रीब बड़े पैमाने पर कार्रवाई के लिए अपनी हिक्मत-ए-अमली तैयार करली है।
मोबाईल फ़ोन नंबरात की तफ़सील (काल डाटा) के हुसूल के बाद दो मुस्लिम अरकाने असेंबली के फ़ोन नंबरात का पता लगा है जो गैंगस्टर से मुसलसिल रब्त में थे।गैंगस्टर की एनकाउंटर में हलाकत के बाद पुलिस ने इस के मकान पर धावा किया था जिसमें उस की शख़्सी डायरीज़ और वीडीयो सीडिस पुलिस के हाथ लगे हैं जिसमें एक मुस्लिम रुकने असेंबली की नईम से बातचीत की वीडीयो भी शामिल है।
इतना ही नहीं एक रुकने असेंबली की वाइस रिकार्डिंग भी मौजूद होने का दावा किया जा रहा है जिससे ये मालूम होता है कि गैंगस्टर के ख़िलाफ़ पुलिस की कार्रवाई से बचाने बरसर-ए-इक़तिदार पार्टी से आला सतह पर पैरवी का यकीन दिया था। बताया जाता है कि इस यकीन् के बाद ही गैंगस्टर नईम ने दो मुस्लिम अरकाने असेंबली से दोस्ती की थी। हालाँकि एस आई टी से की जा रही तहक़ीक़ात की तौसीक़ करने से इनकार कर दिया लेकिन दो मुस्लिम अरकाने असेंबली मुआमलत से मुताल्लिक़ तमाम तफ़सीलात हासिल की जा रही हैं।
एस आई टी ने अब तक नईम के अरकाने ख़ानदान और टोली के अरकान के ख़िलाफ़ ही कार्रवाई की है और ख़ाती सियासतदानों और पुलिस ओहदेदारों के ख़िलाफ़ कार्रवाई दरकार है।