क्या धोनी की वजह से खत्म हो गया इरफान पठान का क्रिकेट करियर ?

भारत ने हमेशा बल्लेबाज दिए हैं लेकिन भारत हमेशा अच्छे तेज गेंदबाज नहीं दे पाया। भारत में तेज गेंदबाज आते है और जाते है, और इसके लिए जिम्मेदार उनकी फिटनेस और फॉर्म होता है। हमारे देश में ऐसे खिलाड़ियों की लंबी सूची है, जो खत्म होने का नाम नहीं लेती। 2003/2004 अॉस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को इरफान पठान के रूप में भारत एक शानदार तेज गेंदबाज मिला।

वे शुरूआती दिनों में एक शानदार स्विंग गेंदबाज थे। उनके स्विंग ने अॉस्ट्रेलिया दौरे पर धमाल मचाया था। उनके एक्शन से वे अगले वसीम अकरम बनने की राह पर थे। उन्होंने 2004 अॉस्ट्रेलिया और पाकिस्तान दौरे पर शानदार प्रदर्शन किया था। 2006 में पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले ही ओवर में हैट्रिक ली थी। और पहले ही साल पठान ने, पोंटिंग, गिलक्रिस्ट, इंजमाम, युसूफ जैसे बल्लेबाजों के नाक में दम कर दिया था।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

लेकिन पठान के करियर में उतार ग्रैग चैपल के दौर में आया, जब सीनीयर खिलाड़ियों के बीच काफी विवाद हुआ था। चैपेल उस समय काफी बदलाव करते थे, और पठान को उन्होने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजना शुरू किया। बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान देने की वजह से पठान का ध्यान गेंदबाजी से हट गया। पठान का बल्लेबाजी फॉर्म खराब हुआ, और वे अपने आपको असहज महसूस करने लगे। और उनकी जगह, इशांत शर्मा, और श्रीसंत जैसे गेंदबाजों ने ली. पठान ने रंगीन कपडों में भारत के लिए आखिरी बार 2012 टी ट्वेंटी विश्वकप में खेला। ,कभी कभी खुद खिलाडी जिम्मेदार होता है अपनी फिटनेस को लेकर तो कभी , कोच और कप्तान खिलाडी को पसंद नहीं करते , इन दोनों सूरतों मे उसका करियर दावं पर लग जाता है , ,इरफान ने आईपीएल में अपने कैरियर की शुरुआत किंग्‍स इलेवन पंजाब की ओर से की थी। तीन सीजन पंजाब की ओर से खेलने के बाद वे अन्‍य कई फ्रेंचाइजियों के हिस्‍सा बने। पंजाब के बाद वे दिल्‍ली डेयरडेविल्‍स की तरफ से 2012 और 2013 में खेले। आईपीएल 2014 में वे सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में रहे। 2015 में पठान चेन्‍नई सुपर किंग्‍स के हिस्‍सा बने और अब वे राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स की ओर से खेलते हैं।
पठान ने आईपीएल में कुल 99 मैच खेले हैं। इनमें से 98 2015 में चेन्‍नई की टीम में शामिल होने से पहले खेले। पठान को चेन्‍नई की जर्सी में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। 2016 में भी पुणे की ओर से वे सिर्फ 11 में से एक मैच में खेले हैं। आईपीएल में 80 विकेट ले चुके पठान एक लेफ्ट आर्म बैट्समैन भी हैं। उन्‍होंने कुल 1128 रन बनाए हैं, जिसमें एक हाफ सेंचुरी भी शामिल है।
इस आईपीएल मे इरफ़ान ने मात्र नाम सिर्फ एक या दो ही मैच खेले हैं , ऐसा नहीं की पुणे इस आईपीएल सीज़न बहुत अच्छा परफॉर्म कर रही , इस के बावजूद धोनी का इरफ़ान को बहार रखना सभी को नागवार गुजरा है , हाल ही मे सुनील गावस्कर ने भी धोनी की आलोचना की थी । गावस्कर के मुताबिक मौजूदा आईपीएल में ‘राइज़िंग पुणे सुपरजाएंट्स’ के कैप्टन धोनी ने ‘वर्ल्ड क्लास बोलर’ इरफ़ान पठान का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया।

बता दें कि गावस्कर आम तौर पर धोनी की कप्तानी के कौशल और बैटिंग की प्रशंसा करते रहे हैं। गावस्कर का मानना है कि आईपीएल के सीज़न 9 में धोनी ने अपनी बैटिंग प्रतिभा के साथ न्याय नहीं किया और ना ही उन्होंने इरफ़ान पठान को सही तरीके से हैंडल किया।