क्या मुस्लिम देशों की ताक़त बनना चाहता है ईरान?

ईरान के रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल अमीर हातेमी ने कहा है कि ईरान, अपनी रक्षा शक्ति को मुसलमान भाईयों, इस्लामी देशों और मित्र देशों की रक्षा शक्ति का हिस्सा मानता है।

तेहरान में पश्चिमी एशिया की सुरक्षा से संबंधित एक दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए ब्रिगेडियर जनरल अमीर हातेमी का कहना था कि ईरान की रक्षा शक्ति सभी मुसलमानों, इस्लामी देशों और मित्र देशों से संबंध रखती है। उन्होंने कहा कि अमेरिका हमेशा की तरह पश्चिम एशिया क्षेत्र में अशांति और यहां बसे राष्ट्रों के बीच नफ़रत फैलाने की नीति का पालन कर रहा है।

ईरान के रक्षामंत्री ब्रिगेडियर जनरल अमीर हातेमी ने कहा कि क्षेत्र के सभी राष्ट्रों के लिए ईरान का स्पष्ट संदेश है कि हम आपसी सहयोग के माध्यम से क्षेत्र में शांति और स्थिरता को वापस लौटा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि हमे दुश्मनों की साज़िशों को समझना होगा और अपनी एकता व एकजुटता से उसका मुक़ाबला करना होगा। जनरल हातेमी ने कहा कि क्षेत्र की जनता की जागरूकता और दृढ़ता के परिणाम सामने आना शुरू हो चुके हैं और अब पश्चिम एशिया के जागरूक देशों एवं राष्ट्रों कीं नीतियां साम्राज्यवादी शक्तियों के विरोध के सिद्धांत पर आधारित होंगी।

साभार- ‘parstoday.com’