क्या मोदी और बी जे पी दरहक़ीक़त दस्तूर की दफ़ा 370 की तंसीख़ के ख़ाहां हैं ?जनतादल (यूनाईटेड )का सवाल

जनतादल (यूनाईटेड )जे डी यू ने आज भारती जनता पार्टी ( बी जे पी ) के विज़ारते उज़मा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि दस्तूर की दफ़ा 370 पर मुबाहिसा मुनाक़िद किया जाना चाहिए। जे डी यू के क़ाइद अली अनवर ने कहा कि हमारा ख़्याल है कि वो चाहते हैं कि दस्तूर की दफ़ा 370 हज़फ़ करदी जाये हालाँकि वो ये बात नरम लहजा में कहते हैं क्योंकि इंतेख़ाबात होरहे हैं लेकिन क्या वो दरहक़ीक़त दस्तूर की दफ़ा 370 की तंसीख़ चाहते हैं ?उन्होंने कहा कि ये भी एक वजह है जिस की वजह से उनको (बिहार में ) इत्तिहाद से ख़ारिज कर दिया गया।

दीगर मसाइल के साथ ये भी एक मसला था। यही वजह है कि उनके साथ 17 साल क़दीम इत्तिहाद ख़त्म कर दिया गया और ये तमाम बातें आज दुरुस्त साबित हो रही हैं। मोदी ने इतवार के दिन जम्मू की ललकार रैली में कहा था कि दफ़ा 370 के मसले पर जामिआ मुबाहिसा होना चाहिए जो रियासत जम्मू-कश्मीर को ख़ुसूसी मौक़िफ़ अता करता है।

उन्होंने हिन्दुस्तान के अव्वलीन वज़ीर-ए-आज़म जवाहर लाल नहरू का भी हवाला देते हुए कहा था कि नहरू कह चुके हैं कि मुस्तक़बिल में दफ़ा 370 की एहमीयत मादूम हो जाएगी । कांग्रेस पर तन्क़ीद करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अलहदा रियासत का बीज बोया है लेकिन बी जे पी हुकूमत ने जम्मू-कश्मीर को बी जे पी हुकूमत मुल्क की एक सोपर स्टेट बनादेगी।

दस्तूर की दफ़ा 370 के तहत रियासत जम्मू-कश्मीर का एक अलहदा दस्तूर ,एक अलहदा पर्चम था। इसका गवर्नर सदर और इसका चीफ़ मिनिस्टर वज़ीर-ए-आज़म कहलाता था लेकिन 1956 के बाद ये तरीका-ए-कार तर्क कर दिया गया।