क्या वाके सेक्रेट्रियट का वास्तव ठीक नहीं है?

हुकूमत की तरफ से सेक्रेट्रियट को एरागड्डा मुंतक़िल करने से मुताल्लिक़ फ़ैसले के साथ ही चीफ़ मिनिस्टर चन्द्रशेखर राव‌ के वास्तव पर ग़ैरमामूली अरकन के बारे में सरकारी हलक़ों में मुबाहिस का आग़ाज़ होरहा है। चीफ़ मिनिस्टर ने काबीनी मीटिंग के बाद सेक्रेट्रियट की चेस्ट हॉस्पिटल एरागड्डा मुंतक़ली के एलान के साथ कहा था कि मौजूदा सेक्रेट्रियट का वास्तव ठीक नहीं है और वो नहीं चाहते कि तेलंगाना के साथ बदशगुनी हो। लिहाज़ा 150 करोड़ के सर्फ़ा से एरागड्डा में नया सेक्रेट्रियट तामीर किया जाएगा। वास्तव से मुताल्लिक़ चीफ़ मिनिस्टर के एलान के साथ वास्तव माहिरीन हरकत में आगए।

कुछ हुकूमत के हक़ में तो कुछ अप्पोज़ीशन जमातों के लिए मुतहर्रिक हैं। अप्पोज़ीशन जमातें वास्तव माहिरीन से हक़ायक़ जानने की कोशिश कररही हैं कि आया वाके सेक्रेट्रियट का वास्तव ठीक नहीं?। पिछ्ले कई बरसों से सेक्रेट्रियट के सी बलॉक में चीफ़ मिनिस्टर का दफ़्तर क़ायम है और इसी बलॉक में चन्द्रशेखर राव‌ का चैंबर भी मौजूद है लेकिन चीफ़ मिनिस्टर को सेक्रेट्रियट का मजमूई वास्तव ठीक नहीं लगता। बताया जाता हैके चीफ़ मिनिस्टर से क़ुरबत रखने वाले तीन वास्तव माहिरीन से मुशावरत के बाद मुंतक़ली का फ़ैसला किया गया। किसी भी मुआमले में वास्तव को एहमीयत देने वाले के सी आर अब सरकारी मुशीर के तौर पर वास्तव के माहिर के तक़र्रुर का फ़ैसला करचुके हैं। इस सिलसिले में तीन नाम ज़ेर-ए-ग़ौर हैं। हुकूमत की किसी भी स्कीम के आग़ाज़ या किसी तामीरी काम के आग़ाज़ के सिलसिले में वास्तव के मुशीर से राय हासिल की जाएगी।

इसी दौरान चीफ़ मिनिस्टर ने जब डाक्टर राजिया को डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे से बरतरफ़ कर दिया तो सूरते हाल की नज़ाकत को महसूस करके नागेश्वर राव सेक्रेट्रियट मुंतक़िल होगए।

बताया जाता हैके सेक्रेट्रियट में चैंबर के इंतिख़ाब में ताख़ीर पर चीफ़ मिनिस्टर ने नाराज़गी का इज़हार किया और हिदायत दी के डी बलॉक में जो भी चैंबर दस्तयाब है उसे नागेश्वर राव‌ को अलॉट कर दिया जाये।