क्या सऊदी अरब पर अब भरोसा नहीं करना चाहता है क़तर?

क़तर के विदेश मंत्री मुहम्मद बिन अब्दुर्रहमान आले सानी ने कहा कि सऊदी अरब, इमारात, बहरैन और मिस्र के साथ जारी क़तर के संकट के समाप्त होने के कोई चिन्ह दिखाई नहीं दे रहे हैं।

क़तर के विदेश मंत्री ने ब्लूमबर्ग से बातचीत में कहा कि दिसम्बर में फ़ार्स खाड़ी सहयोग परिषद की शिखर बैठक के समय से अब तक कोई भी क़दम नहीं उठाया गया है जिसकी इससे पहले तक अपेक्षा की जा रही थी।

क़तर के विदेश मंत्री ने कहा कि हम फ़ार्स खाड़ी सहयोग परिषद की शक्ति पर पूरा विश्वास रखते हैं लेकिन तुर्की, ईरान और इराक़ भी इलाक़े का हिस्सा हैं और हमें क्षेत्र के दूसरे देशों के साथ अच्छे संबंध और सहयोग की रास्ता अपनाने की ज़रूरत है।

आले सानी ने कहा कि तुर्की के साथ हमारे गहरे स्ट्रैटैजिक संबंध हैं और कठिन दिनों में हम एक दूसरे के साथ रहे, जब तुर्की कठिनाई में पड़ा तो क़तर ने उसका साथ दिया और जब क़तर के लिए मुश्किल घड़ी आई तो तुर्की ने उसका साथ दिया, हमारे बीच यह रणनैतिक संबंध है।

क़तरी विदेश मंत्री ने कहा कि ईरान हमारा पड़ोसी देश है और हम आशा करते हैं कि फ़ार्स खाड़ी सहयोग परिषद के सभी देश ईरान के साथ अच्छे पड़ोस के सिद्धांत के तहत सहयोग करें।

साभार- ‘parstoday.com’