क्या फ़र्ज़ी खबर रोकने में नाकाम हो चुका है Facebook!! पढें क्या कहती है रिपोर्ट

फेसबुक पर इन दिनों फेक न्यूज दुनिया में हर किसी के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है. हाल ही में फेसबुक ने एक रिपोर्ट को खारिज करते हुए दावा किया कि वह फेक न्यूज के खिलाफ फेसबुक परिष्ठ पत्रकारों की सलाह पर अमल करने में विफल साबित हुई है. इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि सोशल मीडिया दिग्गज के लिए तथ्य परीक्षकों के रूप में काम कर रहे पत्रकार निराश हो चुके हैं और साझेदारी को समाप्त कर रहे हैं.

द गार्डियन की गुरुवार की रिपोर्ट के मुताबिक, बाहरी पत्रकारों ने फेसबुक से विश्वास खो दिया है, जो कि उनके कार्य के प्रभावों को लेकर सार्थक डेटा को जारी करने से लगातार इनकार कर रहा है. रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए फेसबुक के न्यूज इंटीग्रिटी पार्टनरशिप की हेड मेरीडिथ कार्डेन ने कहा कि गार्डियन की स्टोरी में कई अशुद्धियां प्रस्तुत की गई हैं. कार्डेन ने एक बयान में कहा, “स्टोरी में दावे के उलट हमने निश्चित रूप से तथ्य परीक्षकों से हमारे विज्ञापनदाताओं के बारे में कंटेंट का भंडाफोड़ करने को प्राथमिकता नहीं देने को कहा है.”

उन्होंने कहा कि रिपोर्ट किसी एक तथ्य परीक्षक की दावे पर आधारित है, जो बीते छह महीने से फेसबुक के तथ्य परीक्षण कार्यक्रम में शामिल नहीं है. फेसबुक ने कहा, “हम वर्षों से फेक न्यूज से मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमारे तथ्य परीक्षण साझेदारों के साथ मजबूत संबंध हैं. हमारे दुनिया भर के 24 देशों में अब 35 साझेदार हैं.”