क्यूबा में मुस्लिमों की जनसँख्या में तेजी से हो रहा है इज़ाफ़ा

क्यूबा। क्यूबा गणतंत्र कैरिबियाई सागर में स्थित एक द्वीपीय देश है। वक्त के साथ अलग-अलग स्थानों से पहुंचे लोगों और उपनिवेश का असर यहां की संस्कृति पर पडा है। इस देश में मुस्लिमों की जनसँख्या में तेजी से हो इज़ाफ़ा हो रहा है।

यहाँ साल 1998 में पहली बार पॉप जॉन पॉल (2) ने इस कम्युनिस्ट राज्य की यात्रा की। क्यूबा के राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो जब 1959 में सत्ता में आये तब उन्होंने धर्म पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस अवसर पर क्यूबा की बहुमत कैथोलिक आबादी ने बहुत उत्साह के साथ पॉप का स्वागत किया। इस मौके पर फिदेल कास्त्रो सहित हजारो लोग हवाना में उपस्थित थे।


आज यहाँ इस्लाम तेजी से फ़ैल रहा है जिसमें मुसलमानों की काफी तादाद है। यहाँ की कुल आबादी 1. 13 करोड़ में करीब 9 हज़ार मुस्लिम हैं जिसमें 1990 के दशक में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। ओवेन्स, अटलांटा में एमोरी विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर माइकल लियो ओंस कहते हैं कि इस्लाम स्वाभाविक रूप से विकसित होगा क्योंकि क्यूबा में इस्लाम की कोई लंबी विरासत नहीं है।

फोटो पत्रकार जोआन अल्वादो कहते हैं कि मुस्लिम बहुल देशों से आने वाले राजनयिकों के साथ बात करने के बाद इस द्वीप के छात्र धर्म परिवर्तित कर रहे हैं। उन्होंने 2014 में हवाना की राजधानी में और देश भर क्यूबा के मुसलमानों के जीवन से सम्बंधित फोटो खींचे है।

अल्वादो के अनुसार उस्मान रेयेस उनके के विषयों में से एक है जिसने जून 2015 में इस्लाम में कुबूल किया था। उसका मानना है कि धर्म ने ही उनकी और मुक्त होने में सहायता की है। वह कामउगे के सेंट्रल कब्बन सिटी में रहता है और स्थानीय मुसलमानों की मदद से निजी घर के अंदर मस्जिद की स्थापना की है। एक प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट का अनुमान है दुनिया में मुस्लिम आबादी में इज़ाफ़ा हो रहा है और 2050 तक विश्व में इसमें 73 प्रतिशत की वृद्धि होगी।

1990 के दशक में, क्यूबा में मुस्लिम नागरिक मुट्ठी भर थे और उनको धर्म को लेकर शासन द्वारा उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है, लेकिन ज्यादातर ने अपने दम पर इबादत की, जो अपने विश्वास के बारे में सिखा सकते हैं।