कैनबरा 9 फरवरी : क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सी ए) के चीफ़ ऐगज़ीक्यूटिव सदरलैंड ने कहा कि ऑस्ट्रेलियन क्राईम कमीशन रिपोर्ट में उन्हें क्रिकेट के खेल में ममनूआ दवाई के इस्तिमाल या मैच फिक्सिंग के कोई सबूत नहीं मिले हैं। उन्होंने प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए कहा कि ए सी सी तहक़ीक़ाती रिपोर्ट में बड़े पैमाने पर ऑस्ट्रेलियाई स्पोर्टस में ऐन्टी डोपिंग, करप्शन और मैच फिक्सिंग की बात की गई है इस में क्रिकेट का ज़िक्र नहीं मिलता।
ताहम क्रिकेट की साख को बरक़रार रखने, खिलाड़ियों की कारकर्दगी को बरक़रार रखने के लिए नए सिरे से तहक़ीक़ात शुरू करने के बारे में ग़ौर-ओ-ख़ौज़ जारी है। बिग बेश लीग में मैच फिक्सिंग होती है इस सवाल के जवाब में लैंड का कहना है कि ना सिर्फ़ क्रिकेट बल्कि बिग बेश लीग में भी डोपिंग और करप्शन के उमीद ज़्यादा होते हैं
ताहम जराइम की रोक थाम के लिए सख़्त निगरानी की जाती है। ऑस्ट्रेलिया के वज़ीर इंसाफ़ जैसन क्लीयर का कहना है कि हासिल शूदा मालूमात इस बात का मज़हर हैं कि असल में स्पोर्टस माहिरीन, कोचिज़, मुआविन स्टाफ़ और डॉक्टर्स इन दवाई का इस्तिमाल की तजवीज़ करते हैं।
वाज़ह रहे कि पिछले हफ़्ते ऑस्ट्रेलियन फुटबाल में ड्रग स्कैंडल के वाक़ियात सामने आए जिस में खिलाड़ियों को इन दवाई इस्तिमाल करने का कबूल किया गया जब ये बात फ़ासट बोलर पीटर सैडल से पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हमें मल्टी विटामिन के अलावा कोई ख़ास दवाई नहीं दी जातीं। इस हवाले से कप्तान माईकल क्लार्क ने कहा कि क्रिकेट की साख को बरक़रार रखना हमारी सब से पहली तर्जीह होती है।