क्लार्क को तेनदुल्कर की नहीं पॉन्टिंग की सेंच्युरी का इंतिज़ार

सिडनी, ०३ जनवरी (पी टी आई) सब की नज़रें हिंदूस्तानी बैटिंग स्टार सचिन तेनदुल्कर पर मर्कूज़ हैं कि वो अपनी कई कोशिशों के बावजूद दूर पहुंच से दूर रहने वाली 100 वीं इंटरनैशनल सेंच्युरी का तआक़ुब कर रहे हैं लेकिन ऑस्ट्रेलियन कैप्टन माईकल क्लार्क ने आज कहा कि उन्हें ताज्जुब नहीं होगा अगर रिकी पॉन्टिंग कल यहां शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट के दौरान सेंच्युरी के ज़रीया बाज़ी ले जाएं।

जिस तरह पिंट्र बैटिंग कर रहे हैं, वो किसी बड़े स्कोर से ज़्यादा दूर नहीं। इन के ताल्लुक़ से एक चीज़ में ज़रूर जानता हूँ अगर वो 100 तक पहुंच जाएं तो वो वहीं पर रुकेंगे नहीं, इसी लिए इन का एस सी जी में निहायत अच्छा रिकार्ड है।

मुझे पता है उन्हें यहां खेलना पसंद है, लिहाज़ा मुझे ताज्जुब नहीं होगा अगर वो इस टेस्ट में 100 स्कोर कर दें, इन अलफ़ाज़ के साथ क्लार्क ने दूसरे टसट से क़बल अपनी नेक तमन्नाएं ज़ाहिर किए हैं। पॉन्टिंग ने अपने 159 टेस्ट वाले कैरीयर में 39 सेंच्युरीयाँ बनाए हैं लेकिन गुज़श्ता 17 टेस्ट और 33 इनिंगस से तीन हिन्दसी स्कोर उन से दूर ही है।

इन की आख़िरी सेंच्युरी पाकिस्तान के ख़िलाफ़ बीलरीव ओवल, होबार्ट में दो साल क़बल दर्ज हुई थी। पॉन्टिंग का एससी जी में शानदार रिकार्ड है जहां उन्हों ने 15 टेस्ट में पाँच सेंच्युरीयों के साथ 1346 रन बह औसत 64.10 स्कोर किए हैं। साबिक़ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने गुज़शता हफ़्ते एमसी जी में बैटिंग केलिए काफ़ी मुश्किल हालात में दो हाफ सेंच्युरीयों के ज़रीया इशारा दे दिया है कि आगे क्या हो सकता है।

क्लार्क ने तेंदुलकर केलिए भी नेक तमन्ना का इज़हार ज़रूर किया लेकिन कहा कि इन की सेंच्युरी ये सीरीज़ के बाद हो। मैं उम्मीद करता हूँ इन (सचिन) की सेंच्युरी अगली सीरीज़ तक ना बने क्योंकि में उसे टेलीविज़न पर देखना पसंद करूंगा। लेकिन वो अज़ीम खिलाड़ी और बिलाशुबा तमाम तर तारीफ़-ओ-सताइश के मुस्तहिक़ हैं।

क्लार्क ने जहां तेंदुलकर की महारत का एतराफ़ किया, वहीं अपने ईक़ान का इज़हार किया कि एससी जी के हालात उन्हें आज़माईश में डाल कर आउट कराएगे। मैं समझता हूँ विकेट (पिच) से काफ़ी मदद मिलेगी। कुछ घास मौजूद है, फ़िलहाल हालात मुश्किल हैं। मेरे ख़्याल में पहले रोज़ बैटिंग करना काफ़ी मुश्किल रहेगा लेकिन ज़ाहिर है बाद में सूरज की तमाज़त से मदद मिलती जाएगी।

क्लार्क ने मज़ीद कहा, तेनदुलकर क्रिकेट की अज़मत है; वो इस खेल का अज़ीम खिलाड़ी है और वो मेरे दौर के किसी भी अज़ीम खिलाड़ी के हमपल्ला है। हर कोई जो उन के ख़िलाफ़ खेले, जानता है वो किस क़दर अच्छे खिलाड़ी हैं और आप को उन्हें जल्द आउट करने की सुई करना पड़ता है और अगर आप ऐसा ना कर पाऐं तो वो काफ़ी तबाहकुन हो सकते हैं जो हम तवील अर्सा से देख रहे हैं।