क्षेत्र में अमरीकी सैनिकों की मौजूदगी को अब आतंकवादी माना जायेगा- ईरान

ईरान के विदेश उपमंत्री ने कहा है कि अबसे क्षेत्र में मौजूद समस्त अमरीकी सैनिकों को आतंकवादी समझा जाएगा। अमरीका की ओर से ईरान के इस्लामी क्रांति संरक्षक बल सिपाहे पासदारान को आतंकवादी दलों की सूचि में शामिल करने पर ईरान की प्रतिक्रिया स्वरूप सैयद अब्बास इराक़ची ने कहा है कि क्षेत्र में अमरीकी छावनियों में मौजूद अमरीकी सैनिकों को तेहरान अब आतंकवादी तत्व समझेगा।

अपने एक साक्षात्कार में अब्बास इराक़ची ने ईरान के विरुद्ध अमरीकी फैसले को बहुत बड़ी स्ट्रैटेजिक ग़लती बताया। उन्होंने कहा कि ईरान के इस्लामी क्रांति संरक्षक बल सिपाहे पासदारान को आतंकवादी दलों की सूचि में शामिल करके अमरीका ने इस्लामी गणतंत्र ईरान की एक रेड लाइन को पार किया है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, अब्बास इराक़ची ने कहा कि ईरान के विरुद्ध अमरीका का यह निर्णय, वाशिग्टन को बहुत मंहगा पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले ईरान के विदेश मंत्रालय ने देश की संसद के अनुरोध पर राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा परिषद का आह्वान किया था कि आतंकवादियों का समर्थन करने और क्षेत्र में अपराध करने के कारण पश्चिमी एशिया में मौजूद अमरीकी सैनिकों को आतंकवादियों की सूचि में शामिल किया जाए।

इसी बीच ईरान के विदेश मंत्रालय की स्ट्रैटेजिक परिषद के प्रमुख कमाल ख़र्राज़ी ने कहा है कि अब के बाद से क्षेत्र में मौजूद अमरीकी सैनिकों के साथ ईरान का व्यवहार उसी हिसाब से होगा जिस प्रकार से उन्हें परिभाषित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार अब नई परिस्थितियां जन्म लेंगी।

उल्लेखनीय है कि अमरीका ने अपने एक शत्रुतापूर्ण फैसले में सोमवार को ईरान के इस्लामी क्रांति संरक्षक बल सिपाहे पासदारान को आतंकवादी दलों की सूचि में शामिल किया जबकि इन्ही संरक्षक बलों ने इराक़ तथा सीरिया सरकारों के आधिकारिक अनुरोध पर अमरीका समर्थित आतंकवादी गुटों से मुक़ाबले में सैन्य सलाहकार के रूप में निर्णायक भूमिका निभाई।