खदान में लगी आग एनएच 33 के पास पहुंची , 3 हजार लोगों की जान खतरे में

रांची/रामगढ़ : सीसीएल कुजू की खुली खदान में लगी आग तीन दिन बाद भी सुलग रही है। अंडर ग्राउंड आग रांची-पटना एनएच 33 से करीब 50 मीटर की दूरी तक पहुंच गई है। इससे एनएच पर खतरा मंडराने लगा है। साथ ही पास के बंदर चुआं आदिवासी अक्सरियत गांव, ऊपर धौड़ा, लाल बंगला, प्रेम नगर, कुजू कोलियरी का कॉलोनी में रहने वाले करीब 3000 लोग भी डेंजर जोन में आ गए हैं। आग से उठने वाली जहरीली गैस से भी ये परेशान हैं।

इस खदान में 18 जनवरी की रात को आग लगी थी। तब से इसे बुझाने की कोशिश जारी है। सीसीएल इंतेजामिया यहां मिट्टी की भराई कर रही है। इससे ऊपरी आग तो दब रही है, लेकिन अंदर ही अंदर सुलगती जा रही है। लोहा गेट से केबी गेट तक जमीन के अंदर करीब डेढ़ किलोमीटर तक आग फैल गई है। इसी के पास 10 लाख मीट्रिक टन से भी अधिक कोयला रिजर्व है। आग की वजह से यहां तक पहुंचने का रास्ता बंद हो गया है। यहां बी ग्रेड का कोयला ज्यादा है। बी ग्रेड कोयले की कीमत फी टन 3035 रुपए है। यानी करीब तीन अरब से भी ज्यादा का काेयला बर्बाद हो जाएगा।

जहां आग लगी है, वहां 1000 मीटर की गोलाई और 100 मीटर की गहराई में आग का कुआं बन गया है। यहां से आग की लपटें और जहरीली गैस निकल रही है। यहीं पास ही से वन सी अंडर ग्राउंड खदान में प्रोडक्शन जारी है। वहीं आठ सी अंडर ग्राउंड खदान से पानी निकालने का काम चल रहा है। यह आग मुश्ताक्बिल में अंडर ग्राउंड खदान को भी मुतासिर कर सकती है।