खला नूरदी आप की तर्जीहात बदल सकती है : सुनीता विलियम्स

कोलकत्ता, 04 अप्रेल: अमरीकी ख़ातून ख़ला बाज़ सुनीता विलियम्स ने एक बार फिर अपने ख़लाई तजुर्बात का तज़किरा करते हुए कहा कि बैनुल अक़वामी ख़लाई स्टेशन से कुर्रह-ए-अर्ज़ का नज़ारा अगर कोई करले तो वो उस मंज़र को कभी भूल‌ नहीं सकता। अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि ख़ला में ख़लाई स्टेशन के आलात में से किसी एक पर लटकते हुए कुर्रह-ए-अर्ज़ का नज़ारा करने से आप की ज़िंदगी में नुमायां तबदीली आजाएगी।

कुर्रह-ए-अर्ज़ की सतह से 400 किलो मीटर ऊपर से नारथरन लाइट्स का नज़ारा आप की ज़िंदगी तबदील कर सकता है। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने नारथरन लाइट्स का नज़ारा किया तो ख़ुद अपने आप से सवाल किया कि दुनिया में तवानाई की कोई कमी नहीं है। हम जानते हैं कि नारथरन लाइट्स क्या हैं और ये भी जानते हैं कि ये शमसी तवानाई का ही एक हिस्सा है क्योंकि ये कुर्रह-ए-अर्ज़ की मक़नातीसीत से मरबूत है। यही सब देखने के बाद जब अपने मुशाहिदे पर मैंने ग़ौर किया तो मालूम हुआ कि हम (यानी कुर्रह-ए-अर्ज़ वाले) तवानाई के मामले में कुछ भी नहीं।