ख़तरनाक तूफ़ान हुदहुद 195 किलोमीटर फ़ी घंटा की रफ़्तार से तेज़ हवाऐं के साथ आंध्र प्रदेश की साहिली पट्टी के क़रीब पहूंच रहा है और अंदेशा हैके इतवार को दोपहर तक विशाखापटनम के ज़मीनी इलाक़ों को अपनी लपेट में लेगा।
जिस के पेशे नज़र रियासती हुकूमत , फ़ौज , बहरीया और क़ौमी डीज़ासटर मैनेजमंट फ़ोर्सस एहतियाती इक़दामात के लिए पूरी तरह चौकस होगए हैं। ग़ैर महफ़ूज़ नशीबी-ओ-साहिली इलाक़ों से ताहाल एक लाख 11 हज़ार अफ़राद को महफ़ूज़ मुक़ामात पर मुंतक़िल कर दिया गया है।
राहत-ओ-इमदाद के कामों में रियासती इंतेज़ामीया हमावक़त मसरूफ़ है जब कि फ़ौज और बहरीया किसी भी नागहानी और हंगामी सूरत-ए-हाल से निमटने के लिए पूरी तरह तैयार है। आंध्र प्रदेश के स्टेट डीज़ासटर मैनेजमंट कमिशनर ए आर सौ कुमार से मौसूला इत्तेलाआत के मुताबिक़ ज़िला श्रीकाकुलम में 35000 अफ़राद का तख़लिया किया गया है। विजयानगरम में 6000 विशाखापटनम में 15000 , मशरिक़ी गोदावरी में 50,000 , और मग़रिबी गोदावरी में 5000 अफ़राद का तख़लिया किया गया जिन्हें मख़दूश मुक़ामात से निकालते हुए रीलीफ़ कैम्पों को मुंतक़िल किया गया है।
इस दौरान रियासती चीफ़ मिनिस्टर एन चंद्रबाबू नायडू ने एक मीटिंग में आला ओहदेदारों के साथ इस सूरत-ए-हाल पर तबादला-ए-ख़्याल किया।
उन्होंने हिंदुस्तानी ख़लाई तहक़ीक़ी इदारा ( इसरो ) से दरख़ास्त की के हुदहुदकी पेशरफ़त की सटलाईट तसावीर फ़राहम की जाएं। आंध्र प्रदेश के पाँच साहिली अज़ला के 64 मंडलों के तहत वाक़्ये 436 मवाज़आत को ख़तरनाक आंधी-ओ-तूफ़ान का संगीन ख़तरा लाहक़ है। जिस के पेशे नज़र उन अज़ला के ग़ैर महफ़ूज़ नशीबी इलाक़ों से लाखों अफ़राद को बाहर निकालते हुए 370 रीलीफ़ कैम्पों में ठहराया गया है ।
महकमा-ए-मौसीमीयत ने पेश क़ियासी की हैके तूफ़ान हुदहुदके असर से आंध्र प्रदेश के कई मुक़ामात पर इंतिहाई मूसलाधार बारिश हुई। तेलंगाना के बाज़ इलाक़ों में भी आइन्दा 24 घंटों के दौरान हवाओं के साथ बारिश का इमकान है। हुक्काम ने साहिलों से माही ग़ैरों को हटा दिया है और कश्तियां समुंद्र से बाहर निकाल ली गई हैं। पाँच साहिली अज़ला के मुतअद्दिद मुक़ामात पर दिन से तूफ़ानी हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी रहा और अवाम सड़कों पर निकलने के बजाये घर में ही रहने को तर्जीह दी। इन इलाक़ों के अवाम तूफ़ान हुदहुद के पहूंचने के अंदेशों पर फ़िक्रमंद हैं। जिन के ज़हनों में पिछ्ले साल के तूफ़ान फ़ाईलन की होलनाक यादें ताज़ा होगई हैं।
जिस से बड़े पैमाने पर तबाही हुई थी। बारिश और तूफ़ान के सबब साहिली आंध्र प्रदेश में फ़िज़ाई ख़िदमात और रोड ट्रैफ़िक मुतास्सिर हुई है। साउथ सेंटर्ल रेलवे ने इतवार को अपनी 43 एक्सप्रेस ट्रेनस मंसूख़ करने या उन का रुख़ मोड़ देने का फ़ैसला किया है।