हैदराबाद 3 जनवरी ( सियासत न्यूज़ ) ख़लीजी ममालिक में मुख़्तलिफ़ मसाइल का शिकार तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले अफ़राद को बचाने केलिए रियास्ती हुकूमत को आगे आना चाहीए । मुख़्तलिफ़ ममालिक में तेलंगाना के वर्कर्स मुलाज़मत ना मिलने के बाएस फ़ाक़ा कशी का शिकार हैं और सड़कों पर ज़िंदगी गुज़ारने पर मजबूर हैं ।
रियास्ती हुकूमत को चाहीए कि वो इन परेशान हाल वर्कर्स की वापसी का इंतिज़ाम करें । टी आर ऐस फ़्लोर लीडर ई राजिंदर ने आज चीफ़ मिनिस्टर किरण कुमार रेड्डी से मुलाक़ात की और एक याददाश्त पेश करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया । ई राजिंदर ने पाँच दिन तक मुत्तहदा अरब इमारात और दूसरे ममालिक का दौरा करते हुए तेलंगाना वर्कर्स के मसाइल का जायज़ा लिया था।
उन्हों ने तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले लेबर और वर्कर्स से मुलाक़ात की और हिंदूस्तानी कौंसुलेट को उन के मसाइल से वाक़िफ़ किराया ।चीफ़ मिनिस्टर सेनुमाइंदगी के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए ई राजिंदर ने कहा कि ख़लीजी ममालिक में तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले वर्कर्स की हालत इंतिहाई दिगर गों हैं ।
मुलाज़मतें ना मिलने के बाएस परेशान हाल कई वर्कर्स वीज़ा की मुद्दत से ज़ाइद क़ियाम करने पर जेलों में बंद हैं । हिंदूस्तानी हुक्काम उन्हें जेलों से रहा कराने केलिए कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं । राजिंदर ने इल्ज़ाम आइद किया कि रियास्ती हुकूमत भी इन वर्कर्स के मसाइल पर सर्द मोहरी का मुज़ाहरा कररही है ।
उन्हों ने चीफ़ मिनिस्टर को मश्वरा दिया कि वो रियास्ती वज़ीर की क़ियादत में अरकान असम्बली के वफ़द को ख़लीजी ममालिक रवाना करें ता कि कमेटी हिंदूस्तानी वर्कर्स के मसाइल का जायज़ा ले सकें । एस कमेटी की सिफ़ारिशात की बुनियाद पर हुकूमत को कार्रवाई करनी चाहीए । राजिंदर ने कहा कि जेलों में फीनसे हुए तेलंगाना के वर्कर्स को हिंदूस्तानी वापिस लाने केलिए इक़दामात किए जाएं ।
और उन्हें दुबारा ज़िंदगी गुज़ारने केलिए ऐक्स गरीशया-ए-अदा किया जाय । उन्हों ने हुकूमत से मांग की कि हर परेशान हाल वर्कर को फी कस पाँच लाख रुपय अदा किए जाएं । उन्हों ने कहा कि वीज़ा के हुसूल में धोका दही से बचाने केलिए हुकूमत को चाहीए कि वो ख़ुद ख़लीजी ममालिक की कंपनीयों में रोज़गार की फ़राहमी की मसाई करें और वीज़ा के हुसूल में तआवुन किया जाय ।
एस तरह दरमयानी अफ़राद का रोल ख़तम होजाएगा । उन्हों ने कहा कि ज़्यादा तर परेशान हाल वर्कर्स दरमयानी अफ़राद की धोका दही का शिकार हुए हैं । ई राजिंदर ने बताया कि फ़ौत होने वाले हिंदूस्तानी वर्कर्स की नाशों की मुंतक़ली का भी कोई ख़ातिर ख़वाह नज़म नहीं है ।