ख़स्ता-हाल सड़कों के साथ हैदराबाद को आलमी शहर नहीं बनाया जा सकता :केटीआर

हैदराबाद 21जून: वज़ीर बलदी नज़म-ओ-नसक़-ओ-शहरी तरकियात के तारिक रामा राव‌ ने शहर की सड़कों की ख़स्ता-हाली पर सख़्त ब्रहमी का इज़हार करते हुए कहा कि सड़कों की देख-भाल का काम ख़ानगी इदारों के सपुर्द किया जाना चाहीए।

केटीआर जो डॉ मरी चेन्ना रेड्डी मर्कज़ बराए फ़रोग़ इन्सानी वसाइल में 9बजे शब मुनाक़िदा तक़रीब में सड़कों की बदहाली के सबब 20 मिनट ताख़ीर से पहुंचे थे। इंजनीयरिंग के कामों के मयार को बेहतर बनाने के मौज़ू पर मुनाक़िदा वर्कशॉप से ख़िताब करते हुए शहर की ख़स्ता-हाल सड़कों पर ब्रहमी का इज़हार किया। उन्होंने मुताल्लिक़ा ओहदेदारों पर-ज़ोर दिया कि सड़कों को बेहतर साफ़-ओ-शफ़्फ़ाफ़ बनाया जाये और सड़कों के किनारे सुनहरा ज़ारी के लिए अवाम में शामिल किया जाये। केटीआर ने मुताल्लिक़ा ओहदेदारों को अपनी ब्रहमी का निशाना बनाते हुए सवाल किया कि बुनियादी सहूलतों और इंफ्रास्ट्रक्चर के फ़ुक़दान के साथ एसी ख़स्ता-हाल सड़कों के साथ आया हैदराबाद को आलमी शहर बनाया जा सकता है?।

उन्होंने साफ़ तौर पर कहा कि हम किस तरह हैदराबाद के एक आलमी शहर होने का दावा कर सकते हैं जब हम एक एम्बुलेंस के गुज़रने के लिए भी एक बेहतर सड़क फ़राहम नहीं कर सकते ?। केटीआर ने बलदी ओहदेदारों पर ब्रहमी के साथ बरसते हुए कहा कि करोड़ों रुपये के मसारिफ़ से सड़कें तामीर की जाती हैं लेकिन मामूली बारिश में ये सड़कें बह जाती हैं। चुनांचे सड़कों की बेहतर देख-भाल मरम्मत-ओ-दरूस्तगी का काम ख़ानगी इदारों के हवाले कर दिया जाना चाहीए। उन्होंने कहा कि रियासती हुकूमत सड़कों की देख-भाल का काम ख़ानगी इदारों के हवाला करने का मन्सूबा बनाई है और तीन ता पाँच सर्किल वारी असास पर मसारिफ़ बर्दाश्त किए जाऐंगे।