ख़ुदकुशी कमज़ोर ईमान की निशानी :शेख अबदुल अज़ीज़

मुफ़्ती आज़म सऊदी अरब शेख़ अबदउल-अज़ीज़ बिन अबदुल्लाह ऑल उल-शेख़ ने कहा है कि ख़ुदकुशी करना कमज़ोर ईमान की निशानी है। अपने एक ब्यान में मुफ़्ती आज़म ने कहा के अपने मुतालिबात मनवाने केलिए ख़ुदकुशी को दबाव के हरबे के तौर पर इस्तिमाल करना ग़लत है।

ख़ुदकुशी करने वाले गुनाह कबीरा के मुर्तक़िब होते हैं और उन का ठिकाना जहन्नुम है क्योंकि इस्लामी शरीयत में ख़ुदकुशी हराम है।

क़ुरआन करीम और अहादीस नबवयय मैं ख़ुदकुशी करने से मना किया गया है। मुफ़्ती आज़म ने कहा कि आज कल लफ़्ज़ शहीद का बे दरेग़ इस्तिमाल किया जा रहा है जो दरुस्त नहीं।