ख़ुशकसाली से निमटने कलेक्टरस को जंगी ख़ुतूत पर इक़दामात की हिदायत

हैदराबाद 30 अप्रैल: ख़ुशकसाली और तेज़ गर्मी की लहर और ज़रे ज़मीन सतह-ए-आब में कमी को देखते हुए तमाम ज़िला कलेक्टरस को चाहीए कि वो इन मसाइल की यकसूई के लिए जंगी ख़ुतूत पर काम करें और अवाम को वक़्त पर ग़िज़ाई अजनास की फ़राहमी को यक़ीनी बनाएँ।

चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ ने मररी चन्ना रेड्डी ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट इंस्टीटियूट में मुनाक़िदा मीटिंग से ज़िला कलेक्टरस-ओ-अहददयारों को ये हिदायत दी। मीटिंग में मिशन भा गीरता और मिशन काकतीय पर भी तबादला-ए-ख़्याल किया गया।

चन्द्रशेखर राव‌ ने कहा कि कलेक्टरस को चाहीए कि वो किसानों के फसलों जैसे सोयाबीन और दूसरी फसलों के लिए हौसला-अफ़ज़ाई करें क्युं कि उनकी मामूल की फसलों के लिए ज़्यादा मार्किटिंग सहूलत नहीं है। उन्होंने कहा कि चूँकि मानसून सीज़न हौसला अफ़ज़ा-ए-होने के इमकानात हैं इस लिए किसानों की रहनुमाई ज़रूरी है।

उन्होंने कहा कि ग़िज़ाई अजनास और चारा की कोई क़िल्लत नहीं होनी चाहीए क्युं कि हुकूमत ज़रूरीयात की तकमील के लिए उनकी बरसर मौक़ा फ़राहमी को यक़ीनी बनाने हरकत में आने तैयार है।

उन्होंने कहा कि कलेक्टरस और दूसरे ओहदेदारों को एक दूसरे से तआवुन करते हुए काम रुकना चाहीए। उन्होंने कहा कि ज़मानत रोज़गार स्कीम के तहत कामों दोपहर के वक़्त में नए किए जाने चाहिऐं क्युंकि उनके नतीजे में लू लगने के वाक़ियात हो सकते हैं। उस के अलावा वर्कर्स को ज़रूरी पानी अदवियात वग़ैरा भी फ़राहम की जानी चाहिऐं ताके वो गर्मी के मसाइल से बच सकें। चीफ़ मिनिस्टर ने किसानों को मवेशी पालन के लिए मुनासिब मिक़दार में चारा फ़राहम करने की भी ज़रूरत पर-ज़ोर दिया।