दरभंगा, 18 मई (पी टी आई) वज़ीर-ए-आला बिहार नितीश कुमार ने कहा कि रियासत को जब तक ख़ुसूसी दर्जा अता नहीं किया जाएगा उस वक़्त तक इसके मआशी फ़रोग़ में तेज़ी पैदा नहीं हो सकती। अपनी दो रोज़ा सेवा यात्रा के दौरान एक जल्सा-ए-आम से ख़िताब करते हुए उन्होंने कहा कि इन का ईक़ान ( यकीन) है कि अगर मर्कज़ मुल्क को तरक़्क़ी की राह पर गामज़न करने का ख़ाहां है तो इसके लिए सब से ज़रूरी क़दम ये होगा कि वो रियासत बिहार को ख़ुसूसी दर्जा अता करे।
बिहार को तरक़्क़ी से महरूम करते हुए मुल्क को तरक़्क़ी दी जा सकती है। बिहार को ख़ुसूसी रियासत का दर्जा देने का जो मुतालिबा किया जा रहा है ये मेरा शख़्सी मुतालिबा नहीं है बल्कि बिहारी अवाम की ख़ाहिश भी यही है। यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि मर्कज़ ने चीफ़ मआशी मुशीर रघूराम राजन की निगरानी में एक छः रुकनी कमेटी तशकील दी है जिस के तहत पसमांदगी और रियासतों को ख़ुसूसी दरजात देने की नई कसौटी वज़ा की जाएगी। मज़कूरा कमेटी अंदरून दो माह अपनी रिपोर्ट दाख़िल करेगी |