ख़ौफ़नाक गैंगस्टर नईम एनकाउंटर में हलाक

हैदराबाद 09 अगस्त:तेलंगाना पुलिस को ज़बरदस्त कामयाबी मिली जब एक ख़ौफ़नाक जराइम की टोली का सरग़ना बनने वाले मुहम्मद नईमुद्दीन को महबूबनगर के शादनगर टाउन के क़रीब फायरिंग के तबादले के दौरान हलाक कर दिया गया। नईम क़त्ल जबरी वसूली फ़ायदे के लिए क़त्ल अराज़ी की मुआमलतों और दुसरे जराइम के कम से कम 100 मुक़द्दमात में पुलिस को शिद्दत से मतलूब था।

45साला भोंगीर नईम जो बालना के नाम से भी मशहूर था। 1993 में एक सीनीयर आईपीएस अफ़्सर एस वयास के क़त्ल में भी शामिल था । वो 1990 के दौरान भोंगीर डिग्री कॉलेज में तालीम के दौरान साबिक़ पीपल्ज़ वार ग्रुप के नज़रियात से मुतास्सिर हो गया था। बादअज़ां वो 1991में सीपीआई ( एम एल) पीपल्ज़ वार ग्रुप की तलबा तंज़ीम आर एसयू में शामिल हो गया था। माओनवाज़ तहरीक से अलहिदगी इख़तियार करने के बाद नईम कुछ अरसा ख़ुद पुलिस का मुख़्बिर बन कर चंद अहम माओनवाज़ क़ाइदीन का मुबय्यना तौर पर क़त्ल किया। बादअज़ां वो जराइम की दुनिया से वाबस्ता हो कर करोड़ों रुपये कमाने की चक्कर में अग़वा क़त्ल जबरी वसूली अराज़ी की मुआमलतों और ग़ुंडा गिरी के दुसरे वाक़ियात में शामिल हो गया था।

तफ़सीलात के मुताबिक शादनगर टाउन में एक पार्टी ने नईम को निशाना बनाते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया जबकि पुलिस ने दावा किया है कि जबरन वसूली के एक केस की तहक़ीक़ात कर रही निज़ामबाद की डचपल्ली पुलिस पार्टी ने नईम का पीछा करते हुए उसे गिरफ़्तार करने की कोशिश की लेकिन इस ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी जिसके नतीजे में उसे गोली मारकर हलाक कर दिया गया।