ख़ौफ़े ख़ुदा से ही दुनिया में अमन-ओ-सुकून

वरनगल 12 दिसमबर (सियासत न्यूज़) क़ुरआन ज़िंदगी के हर महाज़ पर तरक़्क़ी के रास्ते दिखाता है । दुनिया की तरक़्क़ी में मुस्लमानों का बड़ा हिस्सा है चाहे वो जमहूरी अंदाज़ की क़ियादत हो या निज़ामे मईशत होया इंसानी हुक़ूक़ की तालीम हो। जमात-ए-इस्लामी हिंद शाख़ ज़िला वरनगल की जानिब से ज़करीया फंक्शन हाल राय पूरा हनमकुनडा में मुनाक़िददो रोज़ा प्रोग्राम के दूसरे दिन अमीर जमात-ए-इस्लामी हिंद मौलाना सय्यद जलाल उद्दीन उमरी ने ख़िताब किया।

उन्हों ने कहा कि अफ़रातफ़री के इस दौर में जहां सारी दुनिया में सयासी,समाजी मआशी ,अख़लाक़ी ,अदल-ओ-इंसाफ़, बीमार तर्ज़-ए-ज़िदंगी ,जिन्सी बदफ़ेलीऔर अदम मुसावात में अदम इस्तिहकाम और तेज़ी से बढ़ रही है इन सारे बढ़ते परेशानीयों और मसाइल का हल मौजूद ही।जब ख़ालिक़ कायनात ने दुनिया बनाई तो उसको चलाने के तरीक़े भी बताए , सिर्फ़ अहकाम ख़ुदा और तालीमात रसूल नबी अकरम ऐसे ही दुनिया के इन सारे परेशानीयों और मुसीबतों का हल किया जा सकता है।

लेकिन आज दुनिया अल्लाह की किताब क़ुरआन को छोड़कर बेराह रवी पर चल रही है। उन्हों ने कहा कि कहीं मग़रिबी ममालिक का ये गुमान हैका इस्लामी तर्ज़-ए-ज़िदंगी तरक़्क़ी की राह में रोकाट है तो वो ग़लत है। इस्लाम तरक़्क़ी की राह दिखाता है ,तरक़्क़ी ऐसी हो जिसकी जद्द-ओ-जहद और हासिल से बुराई दूर होजाए बल्कि बुराई का तसव्वुर ख़तम हो जाए।इस्लाम तरक़्क़ीपसंद है।इस्लाम ये नहीं चाहता कि साईंस तरक़्क़ी करे बल्कि क़ुरान ने ही साईंसी तरक़्क़ीकी रहबरी की है।

आज दुनिया ने कम्पयूटर के शोबा में बड़ी तरक़्क़ी की है।और इनटरनेट के ज़रीया कई मालूमाती मवासल भी आसान करदिया है। लेकिन साथ साथ कई एक बुराईयों और फ़हश पन नियम उर्यां मवाद भी घर घर पहुंचा रहा है। इस्लामी निज़ाम कम्पयूटर या एंटर नेट के ख़िलाफ़ नहीं है बल्कि घर घर फैलने वाली बुराई के ख़िलाफ़ है। इस्लाम शरई जिन्सी तमानीयत का क़ाइल है ग़ैर शरई जिन्सी तरीक़ा से पैदा होने वाले बीमारीयों के ख़िलाफ़ है।

आज इंसानी समाज में तालीम उरूज पर होने के बावजूद भी बेराह होकर हैवानों से भी आगे निकलना चाह रहा है, हैवान भी हमजिंस परस्ती नहीं करते लेकिन आज इंसान हमजिंस परस्ती को क़ानूनी हैसियत दिलाना चाहता है। इन ही बढ़ती हुई बुराईयों की वजहा से समाज के हर महाज़ पर बुरे असरात बढ़ते जाते हैं ऐसे कई एक वजूहात हैं जो दुनिया को परेशानीयों और मसाइल में मुबतला कर रखा है इस्लामअमन पसंद देन है

जिसके निज़ाम से हर बुराई को दूर किया जा सकता है चाहे वो रिश्वतखोरी होबद किरदारी ग़ैर अख़लाक़ी जिन्सी किरदार हो कि बिगड़े हुए फ़ैमिली निज़ामहो ।इन सब के सुधार के लिए ख़ुदा के वजूद को तस्लीम करें और इस पर अमल करें और अल्लाह से डरें तब ही दुनिया में सुकून और अमन क़ायम होगा।मौलाना की तक़रीर सेक़बल मुल़्क की मौजूदा सूरत और इस्लाम का पैग़ाम के उनवान पर अमीर हलक़ा जमात-ए-इस्लामी हिंद आंधरा प्रदेश-ओ-उड़ीसा मुहम्मद ख़्वाजा आरिफ़ उद्दीन

,मौलाना मुहम्मदजाफ़र नायब अमीर जमात-ए-इस्लामी हिंद,मौलाना मुहम्मद नुसरत अली सेक्रेटरी जमात-ए-इस्लामी हिंद आंधरा प्रदेश-ओ-उड़ीसा और ऐस ऐम मलिक ने तलगो में अपनी तक़रीर सेवाज़िह तौर पर सामईन के इलम में इज़ाफ़ा किया।हज़ारों की तादाद में शिरकत करने वाले सामईन में ख़वातीन की भी ख़ासी तादाद मौजूद थी।शोबा नशर-ओ-इशाअत जमात-ए-इस्लामी हिंद ज़िला वरनगल की जानिब से मुनाक़िद करदा इस जल्सा-ए-आम की सरपरस्ती नाज़िम ज़िला वरनगल सय्यद दस्तगीर,

ऐस ऐम मुलक, सय्यद नबी,मुहम्मद अफ़ज़ल,डाक्टर अब्बू तलहा मुजाहिद,सय्यद असग़र,मुजाहिद अहसन, अबदुलक़ादिर ख़ां,वहाज उल-हक़ ,ज़ुबैर के इंतिज़ामी ताऊन से अंजाम पाया ।रात तक़रीबन 11.30 शब अबदालसबहान ने कलिमात शुक्राना अदा करते होई जलसा के इख़तताम का ऐलान किया।