सऊदी अरब ने खाड़ी में बढ़ते तनाव पर चर्चा करने के लिए क्षेत्रीय खाड़ी सहयोग परिषद और अरब लीग की तत्काल बैठक बुलाई है। सऊदी प्रेस एजेंसी ने कहा कि शाह सलमान ने खाड़ी नेताओं और अरब देशों को क्षेत्र में हाल के ”हमलों और उनके नतीजों” पर चर्चा करने के लिए 30 मई को मक्का में दो आपात बैठकों में आमंत्रित किया है। ईरान के कथित खतरों पर अमेरिका द्वारा एक विमानवाहन पोत और बमवर्षक विमान तैनात करने के साथ ही खाड़ी में तनाव बढ़ गया है। गौरतलब है कि फुजैरा में रविवार को रहस्यमयी हमलों में सऊदी अरब के दो तेल टैंकरों समेत चार जहाजों को काफी नुकसान पहुंचा था।
युद्ध नहीं चाहते लेकिन खुद की रक्षा करेंगे : सऊदी अरब
वहीं दूसरी ओर सऊदी अरब के विदेश राज्य मंत्री ने चिर प्रतिद्वंद्वी ईरान के साथ तनाव बढ़ने के बीच कहा है कि उनका देश युद्ध नहीं चाहता लेकिन अपनी रक्षा करेगा। सऊदी अरब के विदेश मामलों के राज्य मंत्री अदेल अल-जुबेर ने रविवार (19 मई) तड़के यह बयान दिया। उनका यह बयान ऐसे वक्त आया है जब एक सप्ताह पहले संयुक्त अरब अमीरात के तट पर तेल के चार टैंकरों को कथित तौर पर निशाना बनाया गया और ईरान समर्थित यमन के बागियों ने सऊदी अरब की तेल की पाइपाइन पर ड्रोन हमले का दावा किया था।
सऊदी अरब ने पाइपलाइन पर हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। खाड़ी अधिकारियों ने बताया कि टैंकर की घटना की जांच चल रही है। अल जुबेर ने पत्रकारों से कहा, ”हम क्षेत्र में शांति और स्थिरता चाहते हैं लेकिन हम हाथ बांधे खड़े नहीं रह सकते।” प्रमुख तेल उत्पादक देशों के मंत्रियों का मंगलवार (21 मई) को सऊदी अरब में मुलाकात का कार्यक्रम है।
सऊदी अरब के 2 तेल टैंकरों को पहुंचाया गया था नुकसान
सऊदी अरब ने खाड़ी में बढ़ते तनाव के बीच सोमवार (13 मई) को कहा था कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तट के पास उसके दो तेल टैंकरों को नुकसान पहुंचाया गया है। इससे पहले यूएई ने कहा था कि उसके चार जहाजों को नुकसान पहुंचाया गया है। सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) के अनुसार, सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री खालिद अल-फलीह ने कहा कि फुजैरा के तट के पास 12 मई को दो सऊदी तेल टैंकरों को नुकसान पहुंचाया गया। इनमें से एक रास तनुरा के बंदरगाह से सऊदी कच्चे तेल के साथ अमेरिका में ग्राहकों के लिए जा रहा था।