खातून ने की मर्द से हैवानियत

फिल्म देखने के बाद जुनून में आयी तीन ख़्वातीन ने एक शख्स को किसी बहाने से घर के अंदर बुलाया और फिर उसके साथ हैवानियत की। तीनों ख़्वातीन ने मुतास्सिर मर्द के जिस्म को सिगरेट से जलाया और यही नहीं, उन्होंने लोहे का गरम चिमटा भी उसके प्राइवेट पार्ट्स में डालने की कोशिश की।

तीनों ख़्वातीन ने उसके आज़ा को पिज्जा कटर के काटने की भी कोशिश की। उन्होंने यह सबकुछ फिल्म ‘रेजरवॉयर डॉग्स’ देखने के बाद किया था। उनकी करतूत का पता चलने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

डेली मेल के मुताबिक , इन ख़्वातीन का इल्ज़ाम है कि मुतास्सिरा शख्स एक साथ कई ख्वातीन को देख रहा था और उनके साथ मौज मस्ती कर रहा था। ये बात उन्हें बुरी लगी। उन्होंने उसे लालच देकर घर बुलाया और कुर्सी से बांध दिया।

चारों ने उसे जमकर पीटा और जबरन लिक्विड वाश पिला दिया। इसके बाद उन्होंने उसके प्राइवेट पार्ट्स में गरम चिमटा डाल दिया। इनमें से एक मुल्ज़िम् ने उसे जलती सिगरेट से भी दागा। उन्होंने पिज्जा कटर से उसके गाल काटने की कोशिश की और कई थप्पड़ भी मारे।

यॉर्क क्राउन कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया गया कि एर्ले ने उसके कान में जोरों से काटा और फिर उसका सिर झुकाकर घुटनों के बीच रखवा दिया और पीछे ले गले में जलती सिगरेट छुआ दी। उसने मुतास्सिर के गले में एक रुमाल लपेट कर उसे जान से मारने की भी धमकी दी।

एर्ले ने ही वाइट को हिदायत देते हुए कहा कि वह गरम चिमटे से उसके प्राइवेट पार्ट्स को जलाए। उसने उसे कुर्सी से जमीन पर गिरा दिया। तीनों ख़्वातीन ने अपने मर्द दोस्त टेल को बुलाकर भी मुतास्सिरा मर्द को पिटवाया। उन्होंने फिल्म के नज़ारे उस पर बार-बार दोहराने की कोशिश की।

टेल ने मुतास्सिर मर्द को जमकर पीटा और आखिर में फर्श पर तड़पता छोड़कर सोने चला गया और एर्ले भी सोफे पर सोने लगी। इस दौरान वाइट ने मुतास्सिर मरद को घर से बाहर निकाल दिया। उसका फोन भी मुल्ज़िमो ने छीन लिया था। मुतास्सिर किसी तरह घर पहुंचा और अपनी कहानी सुनाई।

उसकी सौतेली मां ने पुलिस को फोन करके इसकी शिकायत की, जिसके बाद चारों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस पूछताछ के दौरान सभी ने एक दूसरे के सिर इल्ज़ाम मढ़ने की कोशिश की लेकिन एर्ले और टेल को इस कांड का अहम मुल्ज़िम माना गया।

चारों मुल्ज़िमों ने 10 नवंबर 2013 में इस वारदात को अंजाम दिया था। उन सभी को जिस्मानी तकलीफ पहुंचाने का खाती पाया गया था। गुजश्ता जुमे के रोज़ वे लोग अदालत में पेश हुए, जहां दोबारा टेल से पूछताछ की गई।

पुलिस ने अदालत को बताया कि मुतास्सिर शख्स के साथ वाइट के ताल्लुकात थे। लिली एक बच्चे की मां है और इस वारदात के पहले उस पर कोई भी इल्ज़ाम नहीं लगा।

टेल के वकील ने कोर्ट में कहा कि उनके मुवक्किल ने मुतास्सिर शख्स को घर में सबक सिखाने के लिए बुलाया था, लेकिन इस पूरे वाकिया की असल मास्टरमाइंड एर्ले है। जबकि एर्ले की वकील ने कहा कि वह ज़हनी परेशानी से गुजर रही है और उसे टेल ने भड़काया था।

वाइट के वकील ने कहा कि वह इस पूरे मामले से दूर थी और दूसरों के कहने पर ही उसने कुछ किया है। सुनवाई के बाद कोर्ट ने एर्ले को जेल की सजा से आज़ाद कर दिया क्योंकि वह पांच महीने पहले ही जेल में गुज़ार चुकी है। उसे 2 साल तक कम्युनिटी सर्विस की सजा दी गई है।

टेल को 12 महीने जेल की सजा सुनाई गई जबकि लिली और वाइट को भी दो साल तक कम्युनिटी सर्विस की सजा मिली।