हुकूमत ने यूरिया (खाद) की क़ीमत में 50 रुपय फ़ी टन का इज़ाफ़ा करदिया जिस के नतीजे में इस की क़ीमत 5360 रुपय तक पहूंच गई है। रीटेल शोबा से वाबस्ता ताजिरों(व्यापारियों) की मदद के मक़सद से हुकूमत ने मामूली इज़ाफ़ा किया है ताकि सब्सीडी की रक़म नक़द किसानों को दी जा सके।
इस से पहले अप्रैल 2010 में यूरिया की क़ीमत में 10 फ़ीसद इज़ाफ़ा किया गया था जिस के बाद उस की रक़म 5,310 रुपय फ़ी टन होगई थी। वज़ारत फ़र्टीलाइज़र की खाद पर सब्सीडी जारी करने के तरीकाखे में तबदीली की तजवीज़ पर हुकूमत ने ये फ़ैसला किया।कैबिनेट बराए कमेटी बराए मआशी मामले ने उसे मंज़ूरी दे दी।