रसूल-ए-पाक (स०) ने हजरत अबू ज़र गफ्फारी रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से फ़रमाया, तुम खामूश रहा करो,खामुशी शैतान को दफा करती है और दीन के कामो में मदद करती है। (इब्ने हिबान, हाकिम)
रसूल-ए-पाक (स०) ने हजरत अबू ज़र गफ्फारी रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से फ़रमाया, तुम खामूश रहा करो,खामुशी शैतान को दफा करती है और दीन के कामो में मदद करती है। (इब्ने हिबान, हाकिम)