राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी और पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान जमकर हमला बोला है. लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस करके अमर सिंह ने आजम खान की तरफ से लगाए गए एक-एक आरोपों का जवाब दिया।
उन्होंने एक बार फिर से समाजवादी पार्टी को नमाजवादी पार्टी करार देते हुए उस पर परिवारवाद का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि लोहिया जी ने पार्टी में अपने परिवार के किसी सदस्य को स्थान नहीं दिया था लेकिन यहां तो पूरी पार्टी ही परिवार से ही भरी पड़ी है। अमर सिंह ने आजम से अपने और अपने परिवार को जान का खतरा बताया।
गोमतीनगर स्थित दयाल पैराडाइज में प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने कहा कि आजम खां कहते हैं कि मैं अवसरवादी हूं तो हां मैं ऐसा हूं, क्योंकि मैंने अपनी पत्नी को राज्यसभा नहीं भेजा। मैं अवसरवादी हूं क्योंकि मेरी कोई औलाद राजनीति में नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं अब्दुली हमीद जैसे मुस्लमानों का समर्थक हूं, लेकिन खिलजी की तरह पद्मावती की इज्जत नहीं करने वाले, महिलाओं की अस्मत लूटने वाले, उन पर तेजाब फेंकने वाले मुस्लमानों का मैं विरोधी हूं।
आजम खान को उन्होंने चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि 30 तारीख को वे रामपुर आ रहे हैं। मेरी कुर्बानी ले लो और अपनी प्यास बुझा लो और मेरी बेटियो को छोड़ दो। अमर सिंह ने आजम खान की तुलना अलाउद्दीन खिलजी और तैमूर से की। उन्होंने रामपुर में बने जौहर विश्वविद्याल पर भी सवाल उठाए और कहा कि इसकी भी जांच होना चाहिए।
उन्होंने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘एक बार बेटा ने एक बार बाप ने मुझे पार्टी से निकाला। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘रामचन्द्र कह गए सिया से, ऐसा कलियुग आएगा, बेटा राज करेगा और बढ़ा मुलायम जंगल जाएगा’।
हालांकि, राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने अपने पुराने दोस्त मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव के प्रति संजिदा नजर आए। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव का छवि अच्छी है, क्योंकि उन्होंने किसी बहन-बेटी के बारे में कभी कुछ नहीं कहा।
अमर सिंह ने कहा कि उन्होंने शिवपाल को बीजेपी में शामिल कराने के लिए बीजेपी के उच्च स्तर पर बात की थी। उन्होंने कहा वक्त तय हो गया था, लेकिन शिवपाल नहीं मिले।
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता और राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने एसपी मुखिया अखिलेश यादव और आजम खान पर एक विडियो जारी कर जोरदार हमला बोला था।
बेहद गुस्से में नजर आ रहे अमर ने आजम पर जमकर निशाना साधा और उन्हें राक्षस तक बताया था। पूर्व एसपी नेता ने अखिलेश के परिवार पर किए गए अहसानों को गिनाते हुए कहा था कि जब उनके परिवार पर मुसीबत आई, तो उन्हें देखने तक कोई नहीं आया।