खुद के नाम से परेशान सद्दाम : 40 जगह आवेदन करने पर नहीं मिली नौकरी, अब कोर्ट की शरण में

नई दिल्‍ली। उसके दादा ने खुश होकर उसका नाम सद्दाम हुसैन रखा। उनको उम्मीद थी कि वह एक दिन बड़ा आदमी बनेगा और परिवार का नाम रोशन करेगा लेकिन आज स्थिति एकदम विपरीत है। सद्दाम नौकरी के लिए दर-दर भटकता रहा लेकिन हर जगह से उन्‍हें मायूसी ही मिली। अंत में इन हालात से बचने के लिए अब अदालत का दरवाजा खटखटाया है।
झारखंड के इस युवक को 40 बार नौकरी के लिए अस्वीकृत कर दिया गया । इराक के पूर्व राष्‍ट्रपति सद्दाम हुसैन से मेल खाते नाम की वजह से उन्‍हें कोई भी नौकरी देने को तैयार नहीं है। सद्दाम जमशेदपुर के रहने वाले हैं और उन्‍होंने तमिलनाडु की नूरुल इस्‍लाम यूनिवर्सिटी से मरीन इंजीनियरिंग की है। सद्दाम के सभी बैचमेट नौकरी पाने में कामयाब रहे हैं लेकिन सद्दाम इसमें पिछड़ गए।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक उनका कहना है कि इस फील्‍ड में मौजूद कंपनियां उनके नाम की वजह से उन्‍हें पहली ही बार में रिजेक्‍ट कर देती हैं। इसकी जानकारी खुद उन्‍हें उस वक्‍त हुई जब पता करने पर उनको बताया गया कि उनके नाम की वजह से उन्‍हें जॉब नहीं दी गई। वर्ष 2014 से ही वह जॉब की तलाश कर रहे हैं। उनका कहना है कि कं‍पनियां उन्‍हें जॉब देने में घबराती हैं।

 

 

दिल्ली स्थित टीमलीज सेवा के एक भर्ती सलाहकार इससे सहमत हैं। उनका कहना है यदि किसी व्यक्ति की नौकरी में अक्सर विदेश यात्रा की जाती हो तो यह जरुरी हो जाता है कि उसकी सम्पूर्ण जानकारी सही हो। वह सवाल करते हैं कि शाहरुख खान को अमेरिका के हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया। उसकी तुलना में सद्दाम क्या है?
इससे बचने के लिए उन्‍होंने अपना नाम बदल कर साजिद कर लिया लेकिन इसके बाद भी उनकी समस्‍या यथावत है। इसकी वजह कि वह जहां कहीं जॉब के लिए जाते वहां पर उनके डॉक्‍यूमेंट पर मौजूद सद्दाम हुसैन उनके लिए लगातार अड़चनें पेश कर रहा था। इसको बदलने के लिए भी उन्‍होंने काफी कवायद की और सीबीएसई से लेकर यूनिवर्सिटी तक के चक्‍कर काटे, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ।
अब अंत में उन्‍होंने झारखंड की कोर्ट में अपना नाम बदलवाने के लिए याचिका दायर की है। हालांकि अपने नए नाम से वह वोटर आईकार्ड, पासपोर्ट, लाइसेंस बनवा चुके हैं लेकिन डॉक्‍यूमेंट में मौजूद पुराना नाम अभी भी उनके लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। कोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई के लिए 5 मई की तारीख तय की है।