हैदराबाद: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और बीजेपी नेताओं की तरफ से की जाने वाली बयानबाजी पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि क्या डॉ भीमराव अंबेडकर ने यही रास्ता दिखाया कि कोई खुद को ‘जनेऊधारी’ हिंदू कहे और कोई अपने को हिंदू होने के साथ ओबीसी कहे या कोई अपने आप को जैन होने के साथ-साथ हिंदू कहे? क्या स्वतंत्रता संग्राम सेनानियां ने इस सबके लिए कुर्बानियां दी थीं.
कांग्रेस और बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए ओवैसी ने कहा, ”कांग्रेस और बीजेपी दलितों और आदिवासियों को इस तरह की बातों से क्या ये संदेश देना चाहती हैं कि वे इनसे कमतर हैं और ये उनसे श्रेष्ठ हैं? उनका सेक्युलरवाद और ‘सबका साथ सबका विकास’ का नारा झूठा है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.”
यूपी निकाय चुनावों में कांग्रेस और सपा की करारी शिकस्त पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा कि इनकी हार के लिए हमको जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. कटाक्ष करते हुए कहा कि आपमें जीतने का दम नहीं है और हमें जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों में पहली बार उतरी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने अपना खाता खोल लिया. इन चुनावों में जनता ने पार्टी के 12 निगम पार्षद चुने. इसके साथ ही 4 नगर पालिका परिषद सदस्य भी निर्वाचित हुए. इसके अलावा एक नगर पंचायत अध्यक्ष और तीन नगर पंचायत सदस्य भी चुने गए.
पार्टी ने पूरे दम-खम के साथ इन चुनावों में लड़ने का ऐलान किया था. दसअसल, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी इन चुनावों के जरिये राज्य में राजनीतिक जमीन तलाशने में जुटी थी और इन सीटों पर जीत के साथ ही उसने राज्य में अपना खाता खोल लिया.