नई दिल्ली। रूसी समाचार एजेंसी ने स्वीकार किया है कि कुवैत सरकार की ओर से पांच मुस्लिम देशों के नागरिकों के कुवैत प्रवेश पर रोक लगाए जाने वाली रिपोर्ट झूठी थी। गौरतलब है रूस की स्पुतनिक नामक इस समाचार एजेंसी ने 2 फ़रवरी को यह रिपोर्ट चलाई थी कि कुवैत सरकार ने पाकिस्तान समेत सीरिया, अफगानिस्तान, ईरान और इराक के नागरिकों को वीजा देने से मना कर दिया है।
रिपोट्र्स के मुताबिक, कुवैत सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया जिससे इन देशों के कट्टर मुस्लिम नागरिक उसके देश में प्रवेश न कर सकें। इस रिपोर्ट को भारतीय समाचार एजेंसी आईएएनएस समेत देश की कई अग्रणी समाचार एजेंसियों ने चलाया था। स्पुतनिक नामक समाचार एजेंसी ने इस रिपोर्ट को ‘कुवैत ने पांच मुस्लिम देशों के नागरिकों के कुवैत प्रवेश पर रोक लगाई’ शीर्षक से फ्लैश किया था।
इस रिपोर्ट में कुवैत के किसी भी अधिकारी का हवाला नहीं दिया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि कुवैत ने यह बैन अमरीका की तर्ज पर लगाया है। इस रिपोर्ट को भारतीय समाचार पत्रों ने आईएएनएस के हवाले से चलाया था जबकि अरब मीडिया अथवा अमरीकन मीडिया के पास यह रिपोर्ट नहीं थी। आईएएनएस ने कुवैत में पाकिस्तानी राजदूत गुलाम दस्तगीर के हवाले से इसी शाम को खबर चलाई थी जिसमें कुवैत की ओर से पांच मुस्लिम देशों के नागरिकों के कुवैत प्रवेश पर रोक लगाए जाने को आधारहीन बताया गया था।
इसके पश्चात स्पुतनिक ने माना कि रिपोर्ट गलत थी। हालांकि रूसी समाचार एजेंसी ने उस रिपोर्ट का कोई सूत्र नहीं बताया। जनवरी माह के अंत में अमेरिका के नए राष्ट्रपति ट्रंप ने जिन देशों के नागरिकों के अमरीका आने पर रोक लगाई गई उनमें इराक, ईरान, सीरिया, लीबिया, यमन, सूडान और सोमालिया शामिल हैं। हालाँकि, इस आदेश के चलते ट्रम्प को दुनिया भर से विरोध का सामना करना पद रहा है।